हरियाणा में लोगों ने सरकार बदलने का मन बना लिया: भूपेंद्र सिंह हुड्डा
लोकसभा चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस के चुनाव अभियान का बड़ा दारोमदार पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कंधों पर है। किसान आंदोलन, अग्निवीर योजना से उपजी नाराजगी और सत्ता विरोधी लहर के बूते कांग्रेस चुनाव में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद कर रही है। चुनाव प्रचार के अंतिम दिन रोहतक के अपने आवास पर तमाम व्यस्तताओं के बीच उन्होंने रूरल वॉयस के साथ लंबी बातचीत की। वह चुनाव नतीजों को लेकर आश्वस्त दिखते हैं। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के इन दावों की हकीकत तो चार जून को लोक सभा चुनाव के नतीजों के बाद ही सामने आएगी, लेकिन इस बार उनका आत्मविश्वास काफी मजबूत दिख रहा है। पेश है रूरल वॉयस के एडीटर-इन-चीफ हरवीर सिंह के साथ इस बातचीत के मुख्य अंशः
सवाल: मौजूदा लोक सभा चुनाव में हरियाणा में कांग्रेस किस तरह के प्रदर्शन की उम्मीद कर रही है? पिछली बार सभी सीटें भाजपा ने जीती थीं।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: हमें सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। जनता ने सरकार बदलने का मन बना लिया है। हरियाणा में कांग्रेस के पक्ष में लहर चल रही है। हमें पूरी उम्मीद है कि नतीजे कांग्रेस के पक्ष में आएंगे। किसान, नौजवान और समाज का हर वर्ग भाजपा के कुशासन से त्रस्त है और चुनाव में भाजपा को सबक सिखाएंगे।
सवाल: ऐसे कौन मुद्दे हैं जो हरियाणा में असरदार हैं और भाजपा के प्रति लोगों में नाराजगी की वजह बन रहे हैं?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: हमारे समय में हरियाणा निवेश, रोजगार, खिलाड़ियों को प्रोत्साहन, किसानों के हितों से लेकर तमाम मोर्चों पर देश में अग्रणी स्थान पर था। लेकिन 2014 के बाद से स्थिति बदल गई। इस समय हरियाणा बेरोजगारी में सबसे उच्च स्तर पर है। यहां निवेश आने की बजाय कंपनियां बंद हो रही हैं। लोगों को रोजगार नहीं मिल रहे हैं। युवा परेशान है। सरकारी भर्तियां बिल्कुल बंद हो गई है। कौशल विकास के नाम पर ठेके पर लोगों को काम वेतन में काम मिल रहा है। उसमें न कोई आरक्षण और न ही योग्यता के आधार पर काम मिल रहा है। इससे युवाओं में बहुत निराशा और नाराजगी है।
हमने खिलाड़ियों को खूब प्रोत्साहन दिया। लेकिन पूरे देश ने देखा कि भाजपा सरकार में हमारी महिला पहलवान खिलाड़ियों के साथ किस तरह का दुर्व्यवहार हुआ। किसान आंदोलन करने को मजबूर हैं लेकिन सरकार ने किसानों की बात सुनने की बजाय उनके दमन का रास्ता अपनाया। अब भी भाजपा किसानों के सवालों से भाग रही है। भाजपा सरकार ने स्वामीनाथन फार्मूले के आधार पर एमएसपी तय करने का वादा किया था। किसानों की आमदनी दो गुना करने का वादा किया था लेकिन आमदनी दोगुना करने की बजाय आधी कर दी। कृषि इनपुट पर भारी जीएसटी लगाया गया। डीजल, खाद, बीज व पेस्टीसाइड के दाम बढ़ गये। यही किसान आंदोलन और किसानों की नाराजगी का कारण है।
सवाल: कांग्रेस के ऐसे कौन से वादे या मुद्दे हैं जिन पर हरियाणा की जनता भरोसा करेगी?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: हम किसानों को एमएसपी की कानूनी गारंटी देंगे। जो स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के आधार पर लागत से 50 फीसदी अधिक होगी। हम किसानों का कर्ज माफ करेंगे। पार्टी के रायपुर अधिवेशन में कृषि पर मेरे नेतृत्व में गठित कमेटी की इन सिफारिशों को पार्टी ने स्वीकार किया था। उसे हमने अपने मैनिफेस्टो में रखा है। कांग्रेस ने अपने मेनिफेस्टो में समाज के हर वर्ग के कल्याण और न्याय की बात की है। जनता उन पर भरोसा करेगी क्योंकि हरियाणा में विकास करके दिखा चुके हैं।
सवाल: युवा, रोजगार और अग्निवीर का मुद्दा कितना असरदार होगा?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: हरियाणा से हर साल 5000 युवा सेना में भर्ती होते थे। यह उनके लिए परिवार के लिए एक स्थायी रोजगार था। राज्य का हर दसवां युवा सेना में जाने की तैयारी करता है। लेकिन अग्निवीर योजना के नाम पर सरकार ने यह अवसर युवाओं से छीन लिया है। हमने वादा किया है कि हम अग्निवीर योजना को खत्म कर पुरानी व्यवस्था लागू करेंगे। इसका ग्रामीण युवाओं को फायदा होगा। वहीं गैर खेतिहर वर्ग के युवाओं के लिए राज्य में निवेश से पहले की तरह रोजगार के अवसर पैदा करेंगे। मेरे कार्यकाल में हम राज्य में कई आईएमटी लेकर आये। जापानी कंपनियों का देश में 70 फीसदी निवेश हरियाणा में हुआ। हम इसी तरह का जो भरोसे दे रहे हैं उससे युवा वर्ग कांग्रेस के साथ पूरी तरह जुड़ गया है।
सवाल: कांग्रेस ने टिकटों के वितरण में किस तरह का समीकरण रखा है। पार्टी में गुटबाजी की बातें हो रही है।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: केंद्रीय स्तर पर सर्वे और समीक्षा के आधार पर जिताऊ कंडिडेट के आधार पर टिकटों का फैसला हुआ है। मेरी ऐसी कोई भूमिका नहीं रही है जिसके चलते गुटबाजी की बात हो। असली गुटबाजी तो भाजपा में है। कांग्रेस में ऐसी कोई बात नहीं है।
सवाल: कौन सी ऐसी सीटे हैं जहां कांग्रेस मजबूत स्थिति में है?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: मैं तो कहूंगा कि हम अधिकांश सीटों पर बहुत मजबूत स्थिति में है और एक-दो सीटों पर थोड़ा मुकाबला है। सभी जिताऊ उम्मीदवार हैं और उनको लेकर पार्टी और मतदाताओं में उत्साह है।
सवाल: रोहतक सीट से दीपेंद्र हुड्डा चुनाव लड़ रहे हैं, पिछले चुनाव में वह कम मार्जिन से हार गये थे, इस बार आपका क्या आकलन है?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: पिछली बार दीपेंद्र बहुत थोड़े मार्जिन से हारे थे और वह भी पोस्टल पेपर का मार्जिन था। ईवीएम के मतों में वह जीत रहे थे। इस बार दीपेंदर बहुत अच्छे मार्जिन से चुनाव जीत रहे हैं।
सवाल: हरियाणा में प्रचार के अंतिम दौर में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की रैलियां हुईं। इससे कितना फायदा होगा?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: आज पानीपत में प्रियंका गांधी की रैली थी जिसे पब्लिक का जबरदस्त रेस्पांस मिला। राहुल गांधी की 22 मई की सभाओं में लोगों की भीड़ और उत्साह ने हमें आश्वस्त किया है कि हम सभी सीटें जीत रहे हैं।
सवाल: हरियाणा में भाजपा ने लोक सभा चुनावों के पहले मुख्यमंत्री बदल दिया। इसका कितना असर पड़ेगा?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: भाजपा ने सोचा कि साढ़े नौ साल की पब्लिक की नाराजगी को मुख्यमंत्री बदल कर कम किया जा सकता है लेकिन उनकी यह रणनीति काम नहीं आई है। पब्लिक ने भाजपा को केंद्र और राज्य दोनों में बदलने का मन बना लिया है और अब इस तरह के टोटके काम नहीं आने वाले हैं।
सवाल: आप कहते हैं कि हरियाणा की नायब सिंह सैनी सरकार अल्पमत में है। क्या कांग्रेस सरकार गिराने की कोशिश करेगी?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: हम राज्यपाल को बता चुके हैं कि यह सरकार अल्पमत में है। ऐसे में दलबदल रोकने के लिए तुरंत नई सरकार के लिए चुनाव करायें जाएं और नया जनमत लिया जाए।
सवाल: क्या जेजेपी के अलग चुनाव लड़ने से विपक्षी मतों में सेंधमारी होगी?
भूपेंद्र सिंह हुड्डा: इनका कोई असर नहीं है यह चुनाव भाजपा और कांग्रेस के बीच सीधा चुनाव है। कुरुक्षेत्र में आईएनएलडी के उम्मीदवार अभय चौटाला कुछ वोट काट सकते हैं। लेकिन जेजेपी के बारे में हमारा साफ कहना है कि साढ़े चार साल साथ सरकार चलाने के बाद भाजपा और जेजेपी के बीच गठबंधन तोड़ने का समझौता हुआ है। लेकिन जनता इनकी हकीकत जानती है।