प्रमुख चुनावी खबरें: पहले चरण की कम वोटिंग ने बढ़ाई सियासी दलों की परेशानी
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों की 102 सीटों पर शुक्रवार को मतदान हुआ। देर रात तक अपडेट हुए वोटिंग के आंकड़ों के कई राज्यों में मतदान के फीके रुझान को बयां करते हैं। बिहार में सबसे कम 48.88 फीसदी मतदान हुआ जबकि राजस्थान में 57.65 फीसदी, उत्तर प्रदेश में 60.25 फीसदी, उत्तराखंड में 55.89 फीसदी और महाराष्ट्र में 63.30 फीसदी मतदान हुआ। लक्षद्वीप में सबसे ज्यादा 83.88 फीसदी, पश्चिम बंगाल में 81.91 फीसदी, त्रिपुरा में 81.65 फीसदी, तमिलनाडु में 69.46 फीसदी, जम्मू-कश्मीर 68.27 फीसदी और मध्यप्रदेश में 67.76 फीसदी मतदान हुआ।
पश्चिमी यूपी की आठ सीटों में से सहारनपुर में 65.95 फीसदी, पीलीभीत में 61.91 फीसदी, कैराना में 61.17 फीसदी, मुरादाबाद में 60.60 फीसदी, नगीना में 59.54 फीसदी, मुजफ्फरनगर में 59.29 फीसदी, बिजनौर में 58.21 फीसदी और रामपुर में 54.77 फीसदी मतदान हुआ। 2019 के मुकाबले पश्चिमी यूपी की इन सीटों पर वोटिंग में 4-9 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है। इन आठ सीटों पर 2019 में 66.47 फीसदी मतदान हुआ था जबकि इस बार मतदात घटकर 60.25 फीसदी रह गया।
चुनाव को लेकर मतदाताओं के उत्साह में कमी को विभिन्न कारणों से जोड़कर देखा जा रहा है। एक वजह फसल कटाई का मौसम और भीषण गर्मी भी है। कम मतदान को एंटी इनकंबेंसी का असर भी माना जा रहा है। पश्चिमी यूपी की गन्ना बेल्ट में किसान आंदोलन का असर भी रहा है। लेकिन राष्ट्रीय लोकदल के भाजपा से हाथ मिलाने से रालोद समर्थक मायूस नजर आए।
राजस्थान में 57.65 फीसदी मतदान
राजस्थान की 12 सीटों पर मतदान में करीब 5-6 फीसदी की कमी आई है। राजस्थान में 57.65 फीसदी मतदान हुआ। जबकि 2019 में राजस्थान की इन सीटों पर 63.71 फीसदी मतदान हुआ था। मतदान में सबसे ज्यादा गिरावट झुंझनूं, श्रीगंगानगर और जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्रों में दर्ज की गई। पश्चिमी यूपी और राजस्थान की सीटों पर कम मतदान ने राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ा दी है।
राजस्थान में सबसे कम 49.29 प्रतिशत मतदान करौली-धौलपुर सीट पर हुआ जबकि गंगानगर में सबसे ज्यादा 66.59 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। 2019 के लोकसभा चुनाव में गंगानगर में 74.39 प्रतिशत मतदान हुआ था। जयपुर में 63.38 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। बीकानेर में 54.11, चूरू में 63.61, सीकर में 57.53, जयपुर ग्रामीण में 56.70, अलवर में 60.07, दौसा में 55.72, भरतपुर में 52.80, झुंझुनू में 52.93 और नागौर में 57.23 प्रतिशत मतदान हुआ। राजस्थान में पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव के मुकाबले भी मतदान प्रतिशत में कमी आई है। इसे मतदाताओं की हताशा और सत्ता विरोधी माहौल से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
उत्तराखंड में 55.89 फीसदी वोटिंग
पहले चरण में उत्तराखंड की सभी पांच सीटों पर मतदान हुआ। राज्य में कुल 55.89 फीसदी मतदान हुआ। हरिद्वार सीट पर सबसे ज्यादा 62.36 फीसदी और अल्मोड़ा सीट पर सबसे कम 46.94 फीसदी वोटिंग हुई है। 2019 में इन सीटों में से हरिद्वार में सबसे ज्यादा 69.18 फीसदी और अल्मोड़ा में सबसे कम अल्मोड़ा 52.31 फीसदी वोटिंग हुई थी। पिछले चुनाव में सभी पांच सीटों पर भाजपा को जीत मिली थी। उत्तराखंड में 2019 के चुनाव में 61.88 फीसदी मतदान हुआ था।
बसपा ने 11 उम्मीदवारों की छठी सूची जारी की
बहुजन समाज पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए 11 उम्मीदवारों की छठी सूची जारी की। बसपा ने एमएलसी भीमराव अंबेडकर को हरदोई (एससी) सीट से मैदान में उतारा है। हाई-प्रोफाइल वाराणसी लोकसभा सीट से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने बसपा ने अपना उम्मीदवार बदलकर सैयद नेयाज अली को उम्मीदवार बनाया है। इससे पहले बसपा ने अतहर जमाल लारी को वाराणसी से अपना उम्मीदवार बनाया था। बसपा ने मोहम्मद आलम को संत कबीर नगर, मनीष सिंह सचान को फतेहपुर, चौधरी बशीर को फिरोजाबाद, महेंद्र सिंह यादव को सीतापुर और मोहम्मद मौसमे आलम को महराजगंज से उम्मीदवार घोषित किया। बसपा ने मिश्रिख (एससी) सीट से बीआर अहिरवार, मछलीशहर (एससी) सीट से कृपाशंकर सरोज, भदोही से अतहर अंसारी और फूलपुर लोकसभा सीट से जगन्नाथ पाल को उम्मीदवार बनाया है।
पीएम मोदी का दावा - कांग्रेस के शहजादे को भी वायनाड में संकट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के नांदेड़ में चुनावी रैली को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष और कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि पहले चरण में एनडीए के पक्ष में एकतरफा मतदान हुआ है। पहले चरण में लोगों ने इंडी गठबंधन को पूरी तरह से नकार दिया है। चुनाव से पहले ही कांग्रेस के नेताओं ने हार मान ली है। इसलिए कुछ नेता, जो लोकसभा से जीतकर आते थे, इस बार राज्यसभा के जरिए अंदर जाकर बैठ गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के शहजादे को भी वायनाड में संकट दिख रहा है। शहजादा और उनकी टोली 26 अप्रैल को वायनाड में वोटिंग का इंतजार कर रही है। 26 अप्रैल को वोटिंग के बाद ये शहजादे के लिए एक और सुरक्षित सीट घोषित कर देंगे। विपक्षी गठबंधन को निशाने पर लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि लोग देख रहे हैं कि विपक्षी गठबंधन के भ्रष्ट नेता अपने परिवारों के हितों के लिए इकट्ठे हुए हैं, लेकिन लोगों ने उन्हें नकार दिया है।
शरद पवार का दावा - महाराष्ट्र की आधी से ज्यादा सीटें जीतेगा महागठबंधन
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) प्रमुख शरद पवार ने दावा किया है कि विपक्षी एमवीए गठबंधन महाराष्ट्र में 50 प्रतिशत से अधिक लोकसभा सीटें जीतेगी। महाराष्ट्र में लोकसभा की 48 सीटें हैं । विपक्षी गठबंधन के तहत शिव सेना (यूबीटी) 21, कांग्रेस 17 और एनसीपी (एसपी) 10 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। अहमदनगर में पत्रकारों से बात करते हुए, शरद पवार ने कहा कि कुछ सीटों पर इंडिया ब्लॉक के सहयोगियों के बीच असहमति हो सकती है, लेकिन व्यापक समझ एक स्थिर सरकार प्रदान करने के लिए चुनाव जीतने की है। पवार ने कहा, ''हम महाराष्ट्र में 50 प्रतिशत से अधिक सीटें जीतेंगे।'' उन्होंने भाजपा के अबकी बार- 400 पार वाले नारे को खारिज करते हुए भाजपा पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने पहले चरण में महाराष्ट्र की पांच सीटों पर हुए में मतदान में कम वोटिंग का मुख्य कारण पवार ने भीषण गर्मी को बताया है। भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि अतीत में इससे पहले कभी भी केंद्रीय एजेंसियों का इतना दुरुपयोग नहीं हुआ, जितना अब हो रहा है।