कर्नाटक विधानसभा चुनावः भाजपा ने जारी की 189 उम्मीदवारों की पहली सूची, सीएम बोम्मई शिंगांव से ही लड़ेंगे
कर्नाटक के भाजपा प्रभारी अरुण सिंह ने पहली सूची जारी करते हुए बताया कि 189 उम्मीदवारों में से 52 नए चेहरे हैं और 8 महिलाएं हैं। जबकि 32 उम्मीदवार पिछड़ी जातियों (ओबीसी) के 30 अनुसूचित जाति के और 16 अनुसूचित जनजाति के हैं। कर्नाटक में इस बार भाजपा और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला है। एक तरफ जहां भाजपा सत्ता में दोबारा वापसी के लिए ताल ठोक रही है, वहीं कांग्रेस एंटी इन्कम्बेंसी के सहारे सत्ता पर काबिज होना चाहती है।
भारतीय जनता पार्टी ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई अपनी परंपरागत सीट शिंगांव से ही चुनाव लड़ेंगे, जबकि पार्टी के कद्दावर नेता बीएस येद्दियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र को शिवमोगा जिले के शिकारीपुरा से उम्मीदवार बनाया गया है। यह येदिद्युरप्पा की परंपरागत सीट रही है। येदिद्युरप्पा ने अपने बेटे को आगे बढ़ाने के लिए राजनीति से संन्यास ले लिया है। वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि को चिकमंगलूर की उनकी पुरानी सीट से ही उम्मीदवार बनाया गया है। भाजपा ने अपनी पहली सूची में 189 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं। 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव में एक चरण में 10 मई को मतदान होना है। जबकि मतगणना 13 मई को होगी।
कर्नाटक के भाजपा प्रभारी अरुण सिंह ने पहली सूची जारी करते हुए बताया कि 189 उम्मीदवारों में से 52 नए चेहरे हैं और 8 महिलाएं हैं। जबकि 32 उम्मीदवार पिछड़ी जातियों (ओबीसी) के 30 अनुसूचित जाति के और 16 अनुसूचित जनजाति के हैं। कर्नाटक में इस बार भाजपा और कांग्रेस में कड़ा मुकाबला है। एक तरफ जहां भाजपा सत्ता में दोबारा वापसी के लिए ताल ठोक रही है, वहीं कांग्रेस एंटी इन्कम्बेंसी के सहारे सत्ता पर काबिज होना चाहती है। इसे देखते हुए भाजपा ने कांग्रेस के दो दिग्गजों पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और प्रदेश अध्यक्ष डी. शिवकुमार के खिलाफ अपने दो मंत्रियों को उम्मीदवार बनाया है। कनकपुरा से डी. शिवकुमार के खिलाफ आर अशोक और वरुणा से सिद्धारमैया के खिलाफ वी सोमन्ना को भाजपा ने मैदान में उतारा है।
भाजपा ने अपनी पहली सूची के उम्मीदवारों में डॉक्टरों, वकीलों, शिक्षाविदों, रिटायर्ट आईएएस एवं आईपीएस अधिकारियों, रिटायर्ड सरकारी कर्मचारियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी जगह दी है। अरुण सिंह ने बताया कि इस बार चुनाव मैदान में 9 डॉक्टरों, 5 वकीलों, तीन शिक्षाविदों, एक-एक रिटायर्ड आईएएस एवं आईपीएस अधिकारी, तीन रिटायर्ड सरकारी कर्मचारी एवं आठ सामाजिक कार्यकर्ताओं को उतारा गया है।
भाजपा के कर्नाटक के चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि नई पीढ़ी के नेतृत्व और नए आइडिया के साथ आए उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है। साथ ही पुराने नेताओं को भी चुनावी मैदान में उतारा गया है।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की रविवार को हुई लंबी बैठक में उम्मीदवारों के नाम तय किए गए थे। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित पार्टी के राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय वरिष्ठ नेता शामिल थे। उनके सुझाव पर उम्मीदवारों के नाम तय किए। 10 मई को होने वाले चुनाव के लिए 13 अप्रैल से नामांकन दाखिल किया जाएगा जो 20 अप्रैल तक चलेगा।