एक्जिट पोल में 350 से ज्यादा सीटों के साथ तीसरी बार एनडीए सरकार बनने का दावा, इंडिया गठबंधन के खाते में करीब 150 सीटें
छह एग्जिट पोल का औसत बताता है कि भाजपा गठबंधन को 357 और इंडिया गठबंधन को 148 सीटें मिलेंगी। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी को 327 सीटें मिलने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस के लिए 52 सीटों का अनुमान है। 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 303 सीटें मिली थीं।
अठारहवीं लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान शनिवार को पूरा होने के साथ ही एग्जिट पोल के नतीजे आ गए हैं। इन नतीजे के अनुसार केंद्र सरकार में एनडीए गठबंधन की हैट्रिक होने जा रही है। विभिन्न एग्जिट पोल का औसत देखें तो भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 350 से ज्यादा सीटें मिलेंगी। विपक्षी दलों के इंडिया गठबंधन को 150 के आसपास सीटें मिलने की उम्मीद है। बाकी सीटें अन्य के खाते में जाती दिख रही हैं। 543 सीटों वाली लोकसभा में बहुमत के लिए 272 सीटें चाहिए और किसी भी एग्जिट पोल में एनडीए को इससे कम सीट नहीं दी गई है। हालांकि ये सिर्फ अनुमान हैं। सही आंकड़े 4 जून को मतगणना के बाद ही आएंगे।
छह एग्जिट पोल का औसत बताता है कि भाजपा गठबंधन को 357 और इंडिया गठबंधन को 148 सीटें मिलेंगी। एनडीए में भारतीय जनता पार्टी को 327 सीटें मिलने की उम्मीद है जबकि कांग्रेस के लिए 52 सीटों का अनुमान है। 2019 के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को 303 सीटें मिली थीं।
इंडिया टीवी के एग्जिट पोल में एनडीए गठबंधन को सबसे अधिक 371 से 401 सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है। जन की बात ने एनडीए को 362 से 392 सीटें मिलने की उम्मीद जताई है। एनडीए गठबंधन को सबसे कम, 281 से 350 सीटें दैनिक भास्कर के एग्जिट पोल में दी गई है।
सभी एग्जिट पोल में दक्षिण और पूर्वी राज्यों में एनडीए का प्रदर्शन सुधरता हुआ दिखाया गया है। आंध्र प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी ने चंद्रबाबू नायडू के साथ गठबंधन किया था और एनडीए को वहां 25 सीटों में से 18 सीटों पर जीत मिलने की संभावना जताई जा रही है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार होने का फायदा पार्टी को मिलता नहीं दिख रहा है। यहां भी भाजपा को ज्यादा सीटें मिलती दिख रही हैं। यही स्थिति तेलंगाना की है जहां की 17 सीटों में से भाजपा को कम से कम आधी सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। तमिलनाडु में पार्टी को दो और केरल में एक सीट मिलने की उम्मीद है।
पश्चिम बंगाल में लोकसभा की कुल 42 सीटें हैं और भाजपा को 18 से 22 सीटें मिलने की संभावना है। ओडिशा की 21 सीटों में से 15 पर उसे जीत मिलने के आसार हैं। इन दोनों राज्यों में क्षेत्रीय दलों तृणमूल कांग्रेस और बीजू जनता दल की सरकार है। गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और दिल्ली में भी भाजपा का दबदबा बरकरार रहने की उम्मीद है।
पिछले चुनाव में बिहार में भाजपा गठबंधन को 40 में से 39 सीटों पर जीत मिली थी। इस बार इंडिया गठबंधन को 7 सीटें मिलने की उम्मीद है। हरियाणा में विपक्षी गठबंधन को 10 में से तीन सीटें मिलने की संभावना है। राजस्थान में भी भाजपा को कुछ सीटों से हाथ धोना पड़ सकता है। महाराष्ट्र में एक-तिहाई सीटें विपक्षी गठबंधन को मिल सकती हैं।