सोनम वांगचुक से मिले भाजपा नेता नरेश सिरोही, हिमालय की रक्षा का आह्वान किया

एक इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर करते हुए वांगचुक ने बताया कि भाजपा नेता नरेश मुरली मनोहर जोशी का एक विशेष संदेश लेकर आए थे। इससे हमें लगता है कि जब न्याय की बात आती है तो लोग पार्टी, धर्म से ऊपर उठ जाते हैं।

सोनम वांगचुक से मिले भाजपा नेता नरेश सिरोही, हिमालय की रक्षा का आह्वान किया

लद्दाख के हितों की रक्षा को लेकर दिल्ली के लद्दाख भवन में अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक से भाजपा नेता नरेश सिरोही ने मुलाकात की। एक इंस्टाग्राम पोस्ट शेयर करते हुए वांगचुक ने बताया कि भाजपा नेता नरेश मुरली मनोहर जोशी का एक विशेष संदेश लेकर आए थे। इससे हमें लगता है कि जब न्याय की बात आती है तो लोग पार्टी, धर्म से ऊपर उठ जाते हैं। वे अंधे अनुयायी नहीं हैं, वे सही और गलत में अंतर कर सकते हैं।  

भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष नरेश सिरोही ने कहा कि सोनम वांगचुक लंबे समय से ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के बढ़ते खतरे से हम सबको अवगत करा रहे हैं। हिमालय की सुरक्षा करना हमारा राष्ट्रीय दायित्व है क्योंकि हिमालय के साथ ही हमारा विकास है और हिमालय के साथ ही हमारा विनाश है। सिरोही ने आह्वान किया कि जाति-धर्म, क्षेत्रवाद की सीमाओं को तोड़कर तथा राजनीतिक दलों की विचारधाराओं की सीमाओं को दरकिनार कर हिमालय की रक्षा का दृढ़ संकल्प लेना चाहिए। उन्होंने देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से भी आग्रह किया है कि वो अनशन पर बैठे सोनम वांगचुंक से वार्ता कर देश के सामने एक स्वस्थ समाधान पेश करें। 

सोनम वांगचुक ने कहा कि जो लोग दिल्ली के लद्दाख भवन में चल रही उनकी भूख हड़ताल का समर्थन करना चाहते हैं, वे 13 अक्टूबर को एक दिन का उपवास रख सकते हैं। इंस्टाग्राम पर साझा की गई एक पोस्ट में वांगचुक ने कहा, "अगर आप चाहें तो रविवार को अपने शहर में पदयात्रा भी निकाल सकते हैं। दिल्ली में रहने वाले लोग रविवार को लद्दाख भवन के बाहर इकट्ठा हो सकते हैं, लेकिन जो लोग आते हैं, उन्हें मौन रहना चाहिए। कोई नारेबाजी नहीं होनी चाहिए।" 

लद्दाख को छठी अनुसूची में शामिल करने सहित कई मांगों को लेकर सोनम वांगचुक ने लद्दाख से दिल्ली तक पदयात्रा की थी। उन्हें 30 सितंबर को दिल्ली पुलिस ने राजधानी के सिंघू बॉर्डर पर हिरासत में लिया था और 2 अक्टूबर की रात को रिहा किया। वे दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनशन करना चाहते थे लेकिन इसकी इजाजत नहीं मिली। चार अक्टूबर से वांगचुक और उनके साथियों ने दिल्ली के लद्दाख भवन में अनिश्चितकालीन अनशन शुरू कर दिया था। समूह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत शीर्ष नेताओं से मुलाकात की मांग कर रहा है।

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