भाजपा ने उत्तराखंड के 59 प्रत्याशी घोषित किए, लेकिन पंजाब में ऊहापोह जारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा से और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक हरिद्वार से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल अपनी पुरानी सीट ऋषिकेश से चुनाव लड़ेंगे
भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को 70 सीटों वाली उत्तराखंड विधानसभा की 59 सीटों के लिए अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए। पार्टी ने 10 मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया है, लेकिन ने कुछ विधायकों के परिजनों को उसने टिकट जरूर दिया है। जिनका टिकट कटा है उनमें पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी की बेटी रितु खंडूरी भी हैं। एक और खास बात यह है कि पार्टी ने सभी नौ मंत्रियों को टिकट दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा से और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मदन कौशिक हरिद्वार से चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल अपनी पुरानी सीट ऋषिकेश से चुनाव लड़ेंगे।
हरक सिंह रावत के भाजपा से निष्कासन और उनके कांग्रेस में शामिल होने की चर्चा के बाद सत्तारूढ़ पार्टी ने कांग्रेस के उन सभी असंतुष्ट विधायकों को टिकट देने का निर्णय लिया है जिन्होंने 2016 में हरीश रावत सरकार के खिलाफ बगावत कर दी थी। बॉलीवुड गायक जुबिन नौटियाल के पिता रामशरण नौटियाल को पार्टी ने चकराता सीट से उम्मीदवार घोषित किया है।
इस सूची में जातिगत समीकरणों को भी साधने की कोशिश की गई है। जिन 59 सीटों के लिए नाम घोषित किए गए हैं उनमें 22 ठाकुर, 15 ब्राह्मण, 6 सुरक्षित वर्ग के और 3 बनिया समुदाय के हैं। प्रदेश की आबादी में लगभग 35 फ़ीसदी ठाकुर और 25 फ़ीसदी ब्राह्मण हैं। माना जा रहा है कि भाजपा के साथ कांग्रेस भी इन्हीं जातिगत समीकरणों को ध्यान में रखते हुए अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित करेगी।
भाजपा ने उत्तराखंड में भले ही 85 फ़ीसदी सीटों पर अपने प्रत्याशी घोषित कर दिए हों, पंजाब में वह अभी तक ऐसा नहीं कर पाई है। यहां पार्टी अमरिंदर सिंह की पंजाब लोक कांग्रेस और पूर्व अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींढसा की शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है।
दरअसल यहां कांग्रेस को भी अपने बाकी बचे 31 उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देना है। दोनों पार्टियां एक-दूसरे की तरफ से नाम घोषित करने का इंतजार कर रही हैं। कांग्रेस चाहती है कि भाजपा अपने प्रत्याशी घोषित कर दे उसके बाद वह अपने लोगों के नाम घोषित करेगी, ताकि असंतुष्ट नेता भाजपा से टिकट लेने के चक्कर में दलबदल ना कर लें। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस के असंतुष्ट भाजपा में जाएं या ना जाएं, वे अमरिंदर की पंजाब लोक कांग्रेस में जरूर जा सकते हैं।
कांग्रेस को जिन 31 सीटों के लिए उम्मीदवारों के नाम घोषित करने हैं उनमें 13 पर पार्टी के मौजूदा विधायक हैं। पहली सूची में इन विधायकों के नाम नहीं थे। मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के भी सिर्फ उनकी पुरानी सीट से चुनाव लड़ने की संभावना है। पहले कहा जा रहा था कि वे चमकौर साहिब के अलावा आदमपुर से भी खड़े हो सकते हैं।
भाजपा नीत गठबंधन में भारतीय जनता पार्टी ही बड़े भाई की भूमिका में है। माना जा रहा है कि वह 117 में से 80 से 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। अगर वह 80 सीटों पर भी लड़ती है तो बाकी बची 37 सीटों पर ही पंजाब लोक कांग्रेस और ढींढसा के शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) को संतोष करना पड़ेगा। पंजाब में मतदान की तारीख 14 फरवरी से बढ़ाकर 20 फरवरी किए जाने के बाद वहां नामांकन की तारीख भी आगे बढ़ गई है। अब 1 फरवरी तक प्रत्याशी नामांकन कर सकते हैं।
आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री प्रत्याशी भगवंत मान संगरूर जिले की धूरी सीट से लड़ेंगे। मान 2014 और 2019 के आम चुनाव में संगरूर लोकसभा सीट से ही जीते थे। इस लोकसभा क्षेत्र के धुरी विधानसभा इलाके में उन्हें ज्यादा मत मिले थे। शायद इसी बात को ध्यान में रखते हुए पार्टी ने उन्हें धुरी से खड़ा करने का फैसला किया है।