राष्ट्रीय बीज निगम ने 35.30 करोड़ रु. का लाभांश घोषित किया
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 35.30 करोड़ रुपये का अंतिम लाभांश घोषित किया है, जो इसके निवल मूल्य का 5% है। निगम का अब तक का यह सर्वाधिक लाभांश है
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम राष्ट्रीय बीज निगम लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 35.30 करोड़ रुपये का अंतिम लाभांश घोषित किया है, जो इसके निवल मूल्य का 5% है। निगम का अब तक का यह सर्वाधिक लाभांश है। कृषि भवन में निगम की अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक डॉ. मनिंदर कौर द्विवेदी ने केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान को लाभांश का चेक प्रदान किया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री सिंह ने कहा कि किसानों को सदैव अच्छी क्वालिटी के बीज मिलना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। राष्ट्रीय बीज निगम को इस संबंध में अग्रणी भूमिका निभाना चाहिए। इस अवसर पर केंद्रीय कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी, कृषि मंत्रालय के संयुक्त सचिव (बीज) अजीत कुमार साहू और कृषि मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी एक प्रेस रिलीज के मुताबिक कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तहत आने वाला निगम भारत सरकार के पूर्ण स्वामित्व वाली एक अनुसूची 'बी'-मिनीरत्न श्रेणी-I कंपनी है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान निगम ने अपने वित्तीय प्रदर्शन में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की। परिचालन से राजस्व पिछले वर्ष के रू 1,078.23 करोड़ से बढ़कर रुपये 1,143.26 करोड़ रुपये हो गया, जबकि कुल आय 1,182.48 करोड़ हो गई। कंपनी की लाभप्रदता में भी पर्याप्त वृद्धि देखी गई, कर से पूर्व लाभ (PBT) 64.74% बढ़कर 86.81 करोड़ रुपये हो गया और कर के पश्चात लाभ (PAT) 38.15% बढ़कर सर्वाधिक 73.64 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने 1005 करोड़ रुपये का बीज बिक्री राजस्व हासिल किया, जो पिछले वर्ष के 947 करोड़ रुपये था। गैर-सब्सिडी वाले बीजों की बिक्री 847.83 करोड़ रुपये से बढ़कर 920 करोड़ रुपये पर पहुंची है। कंपनी ने 992 नए डीलरों की नियुक्ति कर अपनी बाजार उपस्थिति को मजबूत किया, जिससे कुल डीलर नेटवर्क 4,665 हो गया। कंपनी ने 2,126 किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) और पीएसी और एलएएमपी भी नियुक्त किए हैं।
उत्पादन के मोर्चे पर, रा.बी.नि.ने अपनी क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखाऔर कच्चे बीज का उत्पादन/खरीद 17.10 लाख क्विंटल तक पहुँच गया। बुनियादी ढाँचे में सुधार से समर्थित बीज प्रसंस्करण क्षमता बढ़कर 25.67 लाख क्विंटल हो गई। इसके अतिरिक्त, रा.बी.नि. ने सरकारी कृषि पहलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, सरकार, राज्य सरकारों, डीलरों को बीज की आपूर्ति की और ओएनडीसी प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन बिक्री भी की।
निगम के सभी बीज और अधिकांश रोपण सामग्री ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओएनडीसी) पर उपलब्ध हैं। इन्हें ऑनलाइन ऑर्डर किया जा सकता है तथा इन्हें लॉजिस्टिक भागीदारों के माध्यम से घर पर डिलीवर किया जाता है।