मखाना की खेती और भंडारण गृह बनाने के लिए मिलेगी 75 फीसदी सब्सिडी, यहां करें आवेदन
बिहार का मिथिलांचल और सीमांचल इलाका मखाना की खेती के लिए मशहूर है। देश के कुल मखाना उत्पादन में से 90 फीसदी हिस्सा इन्हीं इलाकों में उत्पादित होता है। मखाना की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार ने मखाना विकास योजना बनाई है। इसकी खेती और भंडारण गृह बनाने के लिए 75 फीसदी सब्सिडी दी जाती है। राज्य बागवानी मिशन के तहत बिहार सरकार के उद्यान निदेशालय ने सब्सिडी पाने के इच्छुक किसानों के लिए ऑनलाइन आवेदन मंगवाए हैं।
बिहार का मिथिलांचल और सीमांचल इलाका मखाना की खेती के लिए मशहूर है। देश के कुल मखाना उत्पादन में से 90 फीसदी हिस्सा इन्हीं इलाकों में उत्पादित होता है। मखाना की खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार सरकार ने मखाना विकास योजना बनाई है। इसकी खेती और भंडारण गृह बनाने के लिए 75 फीसदी सब्सिडी दी जाती है। राज्य बागवानी मिशन के तहत बिहार सरकार के उद्यान निदेशालय ने सब्सिडी पाने के इच्छुक किसानों के लिए ऑनलाइन आवेदन मंगवाए हैं।
मखाना को जीआई टैग भी मिल चुका है। मखाना विकास योजना का लाभ राज्य के 10 जिलों के किसान उठा सकते हैं। इन जिलों में पूर्णियां, कटिहार, मधेपुरा, सहरसा, अररिया, किशनगंज, सुपौल, खगड़िया, दरभंगा और मधुबनी शामिल हैं। मखाना की उन्नत प्रजाति के बीज का उत्पादन, बीज वितरण, नए क्षेत्र का विस्तार, मखाना भंडार गृह (5 टन) तथा प्रशिक्षण के माध्यम से मखाना के उत्पादन एवं उत्पादकता के साथ-साथ किसानों की आय में वृद्धि के उद्देश्य से मखाना विकास योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है।
इसके तहत न्यूनतम 0.25 एकड़ (0.1 हेक्टेयर) एवं अधिकतम 10 एकड़ (4 हेक्टेयर) की खेती के लिए सब्सिडी दी जाएगी। सब्सिडी की राशि किसानों के बैंक खाते में भेजी जाएगी। किसानों के चयन में 30 फीसदी महिलाओं, 16 फीसदी अनुसूचित जाति तथा 1 फीसदी अनुसूचित जनजाति की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
कितनी मिलेगी सब्सिडी
स्वर्ण वैदेही और सबौर मखाना-1 के उन्नत किस्म की खेती के लिए लागत प्रति हेक्टेयर 97 हजार रुपये तय की गई है। एक हेक्टेयर खेती के लिए किसानों को 72,750 रुपये (75 फीसदी) सब्सिडी मिलेगी। पूर्णिया, मधेपुरा, दरभंगा और किशनगंज के किसानों को इसका लाभ मिलेगा। इसके अलावा, नए क्षेत्र का विस्तार करने पर भी किसानों को इतनी ही सब्सिडी दी जाएगी। इसका लाभ लक्षित सभी 10 जिलों के किसान उठा सकते हैं।
यही नहीं, इस योजना के तहत 5 टन तक का मखाना भंडारण गृह बनाने के लिए भी राज्य सरकार सब्सिडी दे रही है। भंडारण गृह की लागत 10 लाख रुपये तय की गई है। इस पर 7.5 लाख रुपये की सब्सिडी मिलेगी। साथ ही, मखाना किसानों को बीज बांटने के लिए भी सब्सिडी दी जाएगी। बीज की कीमत प्रति हेक्टेयर 5,400 रुपये तय की गई है जिसके लिए 75 फीसदी सब्सिडी मिलेगी। 10 जिलों के किसानों को इसका लाभ मिलेगा।
ऐसे करें आवेदन
अगर आप भी बिहार के किसान हैं और आपने अपना पंजीकरण करवा रखा है, तो मखाना खेती के लिए सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं। योजना का लाभ उठाने के लिए इस तरीके से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं-
- सबसे पहले आपको बिहार सरकार के कृषि विभाग के उद्यान निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in पर जाना होगा।
- आपके सामने वेबसाइट का होम पेज खुल जाएगा जिस पर बिहार सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के नाम दिखाई देंगे।
- आपको मखाना विकास योजना पर आवेदन करें के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही नया पेज खुल जाएगा।
- इस पेज पर कुछ नियम और शर्तें दिखाई देगी जिसे ध्यानपूर्वक पढ़ने के बाद अपनी सहमति देने के लिए Agree के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
- क्लिक करते ही आवेदन फॉर्म खुल जाएगा।
- अब आप आवेदन फॉर्म में पूछी गई सभी आवश्यक जानकारी को ध्यानपूर्वक दर्ज करें।
- सभी जानकारी दर्ज करने के बाद मांगे गए दस्तावेजों को अपलोड करना होगा।
- अंत में आपको सबमिट के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा और आवेदन की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।
आवेदन करने के लिए आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, भूमि से संबंधित दस्तावेज, बैंक खाता पासबुक जैसे दस्तावेजों के अलावा मोबाइल नंबर और पासपोर्ट साइज फोटो की जरूरत होगी। आवेदक का बैंक खाता आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए। विशेष जानकारी हासिल करने के लिए किसान संबंधित जिले के उद्यान सहायक निदेशक से संपर्क कर सकते हैं।