किसान आंदोलन बंद हो गये, इसलिए घोषित नहीं हुआ गन्ने का भाव: राकेश टिकैत

मुजफ्फरनगर में किसान मजदूर महापंचायत को संबोधित करते हुए भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों ने अब आंदोलन करने बंद कर दिए हैं, इसलिए अब तक गन्ने का भाव घोषित नहीं हुआ। किसानों को फिर से आंदोलन करने पड़ेंगे, तभी किसानों को हक मिलेगा और उनकी जमीन बिकने से बच सकेगी।

किसान आंदोलन बंद हो गये, इसलिए घोषित नहीं हुआ गन्ने का भाव: राकेश टिकैत

उत्तर प्रदेश में गन्ने का दाम घोषित न होने समेत कई मुद्दों को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने सोमवार को मुजफ्फरनगर में किसान-मजदूर महापंचायत आयोजित की।

मुजफ्फरनगर स्थित कूकड़ा गुड़ मंडी में जुटे कई जिलों के किसानों को संबोधित करते हुए भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों ने अब आंदोलन करने बंद कर दिए हैं, इसलिए अब तक गन्ने का भाव घोषित नहीं हुआ। किसानों को फिर से आंदोलन करने पड़ेंगे, तभी किसानों को हक मिलेगा और उनकी जमीन बिकने से बच सकेगी। 

गन्ना किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. चौधरी अजित सिंह की प्रतिमा के अनावरण पर जब मुख्यमंत्री छपरौली आए तो उम्मीद थी कि वे कुछ घोषणा करके जाएंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए उन्होंने किसानों से एकजुट होने का आह्वान किया। महापंचायत में किसानों की समस्याओं और कृषि संकट को हल करने के लिए 8 सूत्री मांग प्रस्ताव पारित किया गया।

भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष  नरेश टिकैत ने सवाल उठाया कि उत्तर प्रदेश में गन्ने सीजन समाप्त होने वाला है लेकिन अभी तक गन्ने का भाव घोषित नहीं किया गया है। पहले के समय में सत्र शुरू होने से पहले सरकारों के द्वारा भाव घोषित किया जाता था। उन्होंने सरकार से इस बारे में जल्द निर्णय लेकर गन्ने का भाव 500 रुपये प्रति कुंतल घोषित करने और मिलों पर बकाया भुगतान को तुरंत जारी कराने की मांग की।

महापंचायत में किसानों की कर्जमाफी, एमएसपी गारंटी कानून, लागत पर सी+50% फार्मूले के आधार पर एमएसपी के निर्धारण, खेती को जीएसटी और एनजीटी के दायरे से बाहर करने, बिजली का निजीकरण रोकने, किसानों को भूमि अधिग्रहण में उचित मुआवजा देने, जीएम फसलों पर रोक और केंद्र सरकार जारी नेशनल पॉलिसी फ्रेमवर्क ऑन एग्रीकल्चर मार्केटिंग के मसौदे को तत्काल रद्द करने की मांग उठाई। भाकियू के नेताओं ने कहा कि अगर सरकार उनकी मांगों पर कार्यवाही नहीं करती है तो संयुक्त किसान मोर्चा के साथ मिलकर देश भर में किसान जन जागृति अभियान चलाया जाएगा। 

संयुक्त किसान मोर्चा से रमनिंदर सिंह पटियाला, चौधरी युद्धवीर सिंह महासचिव, भाकियू, रतनमान, अध्यक्ष हरियाणा भाकियू, बाबा श्याम सिंह थांबा बहावड़ी, शौकिंदर सिंह बतीसा खाप सहित कई किसान नेताओं व खाप चौधरीयो ने महापंचायत को संबोधित किया।

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