मदर डेयरी ने धारा तेल के दाम घटाए, 10 रुपये प्रति लीटर हुए सस्ते
मदर डेयरी के प्रवक्ता ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि धारा रिफाइंड सोयाबीन तेल के एक लीटर पैक की कीमत 150 रुपये से घटाकर 140 रुपये कर दी गई है। जबकि राइसब्रान तेल 170 रुपये प्रति लीटर की बजाय अब 160 रुपये का मिलेगा। इसी तरह रिफाइंड वेजिटेबल ऑयल 200 रुपये, कच्ची घानी सरसों तेल 160 रुपये और सरसों तेल 158 रुपये प्रति लीटर हो गया है। धारा रिफाइंड सूरजमुखी तेल का दाम 160 रुपये की बजाय 150 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। वहीं मूंगफली तेल के एक लीटर पैक की कीमत अब 230 रुपये हो गई है जो पहले 240 रुपये थी।
धारा ब्रांड ने अपने खाद्य तेलों के दाम में 10 रुपये प्रति लीटर की कटौती करने की घोषणा की है। धारा ब्रांड का संचालन करने वाली कंपनी मदर डेयरी ने कहा है कि संशोधित दरों वाले खाद्य तेलों के पैकेट एक हफ्ते के भीतर बाजार में उपलब्ध हो जाएंगे। अंतरराष्ट्रीय कीमतों में गिरावट के चलते खाद्य तेलों का सस्ता आयात हो रहा है। इसे देखते हुए सरकार ने खाद्य तेल कंपनियों के संगठनों से कहा था कि वे तत्काल प्रभाव से खाद्य तेलों की अधिकतम खुदरा कीमतों (एमआरपी) में आठ से 12 रुपये प्रति लीटर की कटौती करें। इसके बाद ही मदर डेयरी ने कीमतों में कटौती करने का यह कदम उठाया है। उम्मीद है कि आने वाले दिनों में दूसरी कंपनियां भी कीमतों में कटौती की घोषणा करेंगी।
मदर डेयरी के प्रवक्ता ने गुरुवार को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि धारा रिफाइंड सोयाबीन तेल के एक लीटर पैक की कीमत 150 रुपये से घटाकर 140 रुपये कर दी गई है। जबकि राइसब्रान तेल 170 रुपये प्रति लीटर की बजाय अब 160 रुपये का मिलेगा। इसी तरह रिफाइंड वेजिटेबल ऑयल 200 रुपये, कच्ची घानी सरसों तेल 160 रुपये और सरसों तेल 158 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
धारा रिफाइंड सूरजमुखी तेल का दाम 160 रुपये की बजाय 150 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है। वहीं मूंगफली तेल के एक लीटर पैक की कीमत अब 230 रुपये हो गई है जो पहले 240 रुपये थी। कंपनी प्रवक्ता ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में खाद्य तेलों की कीमतों में गिरावट और सरसों जैसी तिलहन फसलों की बेहतर घरेलू उपलब्धता को देखते हुए कंपनी ने दाम घटाने का फैसला किया है।
इससे पहले केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने खाद्य तेल उद्योग और कारोबारियों के संगठनों के साथ पिछले हफ्ते बैठक की थी। उस बैठक में उन्हें कीमतों में कमी लाने का निर्देश दिया गया था। पिछले महीने भी सरकार ने दाम घटाने को कहा था लेकिन कुछ ही कंपनियों ने दाम घटाने की घोषणा की थी। पिछले हफ्ते शुक्रवार की बैठक में रिफाइनर्स और मैन्यूफैक्चरर्स से लेकर डिस्ट्रीब्यूटर्स तक हर स्तर पर कीमतों में कटौती की जरूरत सरकार ने बताई थी। साथ ही इस बारे में उद्योग को लगातार जानकारी देने के लिए कहा गया था। सरकार ने उनसे कहा था कि वैश्विक बाजार में लगातार कीमतों में आ रही कमी का फायदा घरेलू उपभोक्ताओं को मिलना चाहिए। इससे महंगाई दर में भी कमी आएगी।
इस बैठक में सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया और वेजिटेबल ऑयल प्रोसेसर्स एसोसिएशन के प्रतिनिधि शामिल थे।