खरीफ सीजन की 14 फसलों के एमएसपी को मंजूरी, धान का एमएसपी 117 रुपये बढ़ा
सामान्य धान का एमएसपी 117 रुपये बढ़ाकर 2300 रुपये प्रति कुंतल तय किया गया। प्रमुख खरीफ फसलों के एमएसपी में 1.45 से 12.71 फीसदी तक बढ़ोतरी हुई है।
केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन 2024-25 के लिए 14 फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है। खरीफ फसलों के एमएसपी में 1-13 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। मंत्रिमंडल ने कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर 14 खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किए हैं।
मंत्रिमंडल के फैसलों की जानकारी देते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि सामान्य धान का एमएसपी 117 रुपये बढ़ाकर 2300 रुपये प्रति कुंतल तय किया गया है। यह 5.35 प्रतिशत बढ़ोतरी है। 'ए' ग्रेड धान का एमएसपी 2320 रुपये प्रति कुंतल तय किया गया है। अरहर का एमएसपी 550 रुपये बढ़ाकर 7550 रुपये, मूंग का एमएसपी 124 रुपये बढ़ाकर 8682 रुपये और उड़द का एमएसपी 450 रुपये बढ़ाकर 7400 रुपये प्रति कुंतल तय किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल में यह पहला कैबिनेट फैसला है।
तिलहन फसलों में मूंगफली का एमएसपी 406 रुपये बढ़ाकर 6783 रुपये, सूरजमुखी का एमएसपी 520 रुपये बढ़ाकर 7280 रुपये, सोयाबीन का एमएसपी 292 रुपये बढ़ाकर 4892 रुपये, तिल का एमएसपी 632 रुपये बढ़ाकर 9267 रुपये और नाइजरसीड का एमएसपी 983 रुपये बढ़ाकर 8717 रुपये प्रति कुंतल तय किया गया है। मध्यम और लंबे रेशेवाली कपास का एमएसपी 501 रुपये प्रति गांठ बढ़ाकर क्रमश: 7121 रुपये और 7521 रुपये निर्धारित किया गया है।
मोटे अनाजों में ज्वार हाईब्रिड का एमएसपी 191 रुपये की वृद्धि के साथ 3371 रुपये प्रति कुंतल, बाजरा का एमएसपी 125 रुपये की वृद्धि के साथ 2625 रुपये प्रति कुंतल, रागी का 444 रुपये बढ़ोतरी के साथ 4290 रुपये प्रति कुंतल और मक्का का एमएसपी 135 रुपये की बढ़ोतरी के साथ 2225 रुपये प्रति कुंतल तय किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रिमंडल की बैठक में खरीफ फसलों के एमएसपी को मंजूरी दी गई। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दावा किया कि सरकार ने फसलों का एमएसपी उत्पादन लागत का कम से कम डेढ़ गुना निर्धारित किया है। वैष्णव ने कहा कि सरकार ने 2018 के बजट में यह नीतिगत निर्णय लिया था कि एमएसपी उत्पादन लागत से कम से कम डेढ़ गुना होना चाहिए। नवीनतम एमएसपी वृद्धि में इस सिद्धांत का पालन किया गया है।
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि खरीफ फसलों पर एमएसपी वृद्धि से कुल वित्तीय प्रभाव 2,00,000 करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जो पिछले सीजन की तुलना में लगभग 35,000 करोड़ रुपये अधिक है। इससे किसानों की आय में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
विपणन सत्र 2024-25 के लिए खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (रुपये प्रति क्विंटल)
फसल |
न्यूनतम समर्थन मूल्य |
लागत* केएमएस |
लागत पर मार्जिन (%) |
एमएसपी |
2023-24 की तुलना में 2024-25 में एमएसपी में वृद्धि |
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अनाज |
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धान |
सामान्य |
2300 |
1533 |
50 |
2183 |
117 |
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ग्रेड ए ^ |
2320 |
- |
- |
2203 |
117 |
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जवार |
हाइब्रिड |
3371 |
2247 |
50 |
3180 |
191 |
|
मालदंडी" |
3421 |
- |
- |
3225 |
196 |
|
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बाजरा |
2625 |
1485 |
77 |
2500 |
125 |
|
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रागी |
4290 |
2860 |
50 |
3846 |
444 |
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मक्का |
2225 |
1447 |
54 |
2090 |
135 |
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दालें |
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तुअर /अरहर |
7550 |
4761 |
59 |
7000 |
550 |
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मूंग |
8682 |
5788 |
50 |
8558 |
124 |
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