खरीफ की लगभग 82 फीसदी बुवाई पूरी, दलहन-तिलहन और धान के क्षेत्र में बढ़त

2 अगस्त तक देश में 904.60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुवाई हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 879.22 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई थी। इस प्रकार खरीफ की बुवाई में करीब तीन फीसदी की बढ़त है।

खरीफ की लगभग 82 फीसदी बुवाई पूरी, दलहन-तिलहन और धान के क्षेत्र में बढ़त
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मानसून सीजन की आधी अवधि गुजरने के बाद खरीफ बुवाई की तस्वीर साफ होने लगी है। कृषि मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, 2 अगस्त तक देश में 904.60 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ फसलों की बुवाई हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 879.22 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई थी। इस प्रकार खरीफ की बुवाई में करीब तीन फीसदी की बढ़त है। देश में खरीफ की बुवाई का सामान्य क्षेत्र 1095 लाख हेक्टेयर है। सामान्य क्षेत्र के मुकाबले खरीफ की लगभग 82 फीसदी बुवाई पूरी हो चुकी है।

चालू खरीफ सीजन में दलहन, तिलहन और मोटे अनाजों का क्षेत्र बढ़ने की संभावना है। धान की बुवाई में भी बढ़ोतरी हुई है, हालांकि कपास का रकबा घटा है। अब तक 276.91 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई हो चुकी है, जो पिछले सीजन की समान अवधि में हुई बुवाई से 5.28 फीसदी अधिक है।  

दलहन-तिलहन की बुवाई में बढ़त

चालू खरीफ सीजन में 2 अगस्त तक दलहन फसलों की बुवाई 110.61 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हो चुकी है जो पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले 10.93 फीसदी अधिक है। सबसे ज्यादा बढ़त अरहर की बुवाई में देखी जा रही है। इस साल करीब 42 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर की बुवाई हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक अरहर का रकबा 33 लाख हेक्टेयर के करीब था। मूंग की बुवाई करीब 12 फीसदी बढ़कर 31.62 लाख हेक्टेयर हो गई है, जबकि उड़द की बुवाई के क्षेत्र में मामूली कमी आई है।

खरीफ सीजन में अब तक 179.69 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलों की बुवाई हो चुकी है जो पिछले साल की इसी अवधि से करीब तीन फीसदी अधिक है। सोयाबीन का क्षेत्र 123.77 लाख हेक्टेयर है जो पिछले साल इस समय तक 120.51 लाख हेक्टेयर था। मूंगफली का क्षेत्र पिछले साल के मुकाबले 12 फीसदी बढ़कर 44.06 लाख हेक्टेयर हो गया। हालांकि, तिल का क्षेत्र पिछले साल के 10.07 लाख हेक्टेयर से घटकर 9.51 लाख हेक्टेयर रह गया है। 

मोटे अनाजों की तरफ बढ़ता रुझान

मोटे अनाजों की बुवाई 165.59 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है, जो पिछले साल की समान अवधि में हुई बुवाई से 3.25 फीसदी अधिक है। मक्का का क्षेत्र 10.31 फीसदी बढ़कर 82.25 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है जबकि बाजरा की बुवाई करीब 5 फीसदी पिछड़ गई है।

गन्ना क्षेत्र बढ़ा, कपास में गिरावट

देश में गन्ने का क्षेत्र पिछले साल के मुकाबले करीब एक फीसदी बढ़कर 57.68 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया है। लेकिन कपास की बुवाई 8.26 फीसदी घटकर 108.43 लाख हेक्टेयर रही है।   

Area coverage under kharif crops as on 2nd August 2024 ( In lakh hactare)
Area Sown
Crop Normal Kharif Area 2024 2023 Change (%)
Paddy 401.55 276.91 263.01 5.28
Pulses 136.02 110.61 99.71 10.93
Arhar 45.55 41.89 33.27 25.91
Urdbean 36.76 25.96 26.21 -0.95
Moongbean 36.99 31.62 28.15 12.33
Kulthi* 1.9 0.16 0.2 -20.00
Shree Anna & Coarse Cereals 180.86 165.59 160.38 3.25
Jowar 16.01 13.53 12.78 5.87
Bajra 72.63 62.7 65.99 -4.99
Ragi 10.96 3.18 3.97 -19.90
Small millets 4.47 3.93 3.07 28.01
Maize 76.96 82.25 74.56 10.31
Oilseeds 190.18 179.69 174.53 2.96
Groundnut 45.28 44.06 39.24 12.28
Soybean 122.95 123.77 120.51 2.71
Sunflower 1.4 0.66 0.55 20.00
Sesamum** 10.26 9.51 10.07 -5.56
Niger 1.22 0.23 0.11 109.09
Castor 9.07 1.41 4.01 -64.84
Other Oilseeds 0 0.04 0.05 -20.00
Sugarcane 51.15 57.68 57.11 1.00
Jute & Mesta 6.74 5.69 6.29 -9.54
Cotton 129.34 108.43 118.19 -8.26
Total 1095.84 904.6 879.22 2.89

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