जेएफपीआर ने महाराष्ट्र में एग्री बिजनेस डेवलपमेंट के लिए 20 लाख डालर की सहायता दी
द जापान फंड ऑफ पावर्टी रिडक्सन (जेएफपीआर) ने एशियन डेवलपमेंट बैंक (एडीबी) वित्त पोषित परियोजना के लिए 20 लाख डालर के अनुदान को मंजूरी दी है। इसका उपयोग महाराष्ट्र में खेती में आय बढ़ाने और खाद्य सामग्री के नुकसान को कम करने के उद्देश्य से एग्री बिजनेस के विकास के लिए तकनीकी और सूचनाओं में बढ़ोतरी के लिए किया जाएगा
नई दिल्ली, 8 नवम्बर 2021
महाराष्ट्र में खेती में आय बढ़ाने और खाद्य सामग्री के नुकसान को कम करने के उद्देश्य से एग्री बिजनेस के विकास के लिए शिक्षा और टेक्नीकल सपोर्ट के लिए द जापान फंड आफ पावर्टी रिडक्सन (जेएफपीआर) ने एशियन डबलपमेंट बैंक (एडीबी) वित्त पोषित परियोजना के लिए 20 लाख डालर के अनुदान को मंजूरी दी है ।
यह अनुदान एडीबी के पांच लाख डॉलर के तकनीकी सहायता विशेष फंड के साथ 10 करोड़ डॉलर के महाराष्ट्र एग्रीबिजनेस नेटवर्क प्रोजेक्ट को सपोर्ट करेगा ।
इस परियोजना का उद्देश्य की महाराष्ट्र में छोटे और सीमांत किसानों को उनकी फसल कटाई के बाद और विपणन क्षमता में सुधार करने, खाद्य नुकसान को कम करने और बाजार से अधिक मूल्य दिलाने, क्षमता निर्माण और बागवानी मूल्य चेन बुनियादी ढांचे के विकास के माध्यम से लोगों के आय में वृद्धि करने में मदद करना है ।
जेएफपीआर फंडिंग अपनी परियोजना के उद्देश्य की प्राप्ति के लिए किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) को बढ़ावा देकर और अच्छी कृषि पद्धतियों, नई फसल किस्मों और अन्य तकनीकी नवाचारों के प्रति किसानों को संवेदनशील बनाने में सहयोग करेगी । यह एग्री बिजनेस वैल्यू चेन में एग्रीगेशन, स्टोरेज, प्रोसेसिंग और लॉजिस्टिक्स से लेकर मार्केटिंग तक उच्च स्तरीय इनोवेटिव टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देगी।
यह अनुदान कम से कम 12 एफपीओ और संभावित एफपीओ की पहचान कर बागवानी के लिए क्षमता विकास करके फसलों के आधार पर उत्कृष्टता केंद्र बनाने और किसानों के उत्पाद की घरेलू और निर्यात बाजार तक पहुंच बनाने और उसका विस्तार करने में मदद करेगी। इन एफपीओ में वैल्यू चेन एक्सलरेसन और मार्केट सर्विस में कम से कम 20 फीसदी महिलाओं के स्वामित्व या नेतृत्व में होगा ।
एडीबी परियोजना और जेएफपीआर महाराष्ट्र और बिहार में एडीबी समर्थित कृषि व्यवसाय अवसंरचना विकास निवेश कार्यक्रम के लिए का सफल तरीके से पिछला जेएफपीआर अनुदान का इस्तेमाल हुआ था। यह परियोजना साल 2010-2018 के दौरान लागू की गई थी। इस अनुदान का उपयोग 1,400 से अधिक एफपीओ स्थापित करने और उनके क्षमता विकास करने में की गई थी।
पिछले अनुदान के माध्यम से पहचाने गए अनुवर्ती कार्यों को नई परियोजना में एफपीओ को निरंतर समर्थन और आधुनिक कृषि पद्तियों के अपने तकनीकी ज्ञान को विकसित करने, खरीदार-विक्रेता लिंक को मजबूत करने और कृषि और मूल्य-चेन गतिविधियों में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने में किया जा रहा है।
जेएफपीआर की स्थापना 2000 में एडीबी परियोजनाओं का समर्थन करने के लिए स्थापित की गई थी जो एशिया और प्रशांत क्षेत्र में सबसे गरीब और सबसे कमजोर समूहों की जरूरतों को पूरा करती हैं। जेएफपीआर ने अपनी स्थापना के बाद से दिसंबर, 2020 तक 491 एडीबी परियोजनाओं के लिए 96.3 करोड़ डालर की मंजूरी दी है।