भारत के एग्रीफूडटेक स्टार्टअप की फंडिंग में 60 फीसदी की गिरावट: रिपोर्ट
एगफंडर और ओम्निवोर ने छठी भारत एग्रीफूडटेक निवेश रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष 2023 में भारतीय एग्रीफूडटेक स्टार्टअप्स ने 94 करोड़ डॉलर की फंडिंग जुटाई थी जो वर्ष 2022 में जुटाए 240 करोड़ डॉलर से 60 फीसदी कम है
भारत के एग्रीफूडटेक स्टार्टअप की फंडिंग में 60 फीसदी की कमी आई है और यह कोविड महामारी से पहले के स्तर तक गिर गई है। यह तथ्य वेंचर कैपिटल फर्म एगफंडर और ओम्निवोर की भारत एग्रीफूडटेक निवेश रिपोर्ट 2024 में सामने आया है। रिपोर्ट के मुताबिक, वर्ष 2023 में भारतीय एग्रीफूडटेक स्टार्टअप्स ने 94 करोड़ डॉलर की फंडिंग जुटाई थी जो वर्ष 2022 में जुटाए 240 करोड़ डॉलर से 60 फीसदी कम है। यह गिरावट एग्रीफूडटेक निवेश में वैश्विक कमी के अनुरूप है, जिसमें सालाना आधार पर 50 फीसदी की गिरावट आई है।
फंडिंग में कमी के बावजूद भारतीय एग्रीफूडटेक स्टार्टअप्स ने 2023 में 129 डील की, जो 2022 की तुलना में केवल चार ही कम है। इसका अर्थ है कि छोटी डील ज्यादा हुई हैं। प्री-कोविड 2019 में भारतीय एग्रीफूडटेक स्टार्टअप्स ने 130 करोड़ डॉलर की फंडिंग जुटाई थी जो 2023 के मुकाबले बहुत अधिक नहीं है। जबकि वैश्विक एग्रीफूडटेक में 2023 में कुल फंडिंग 2019 के स्तर (21 अरब डॉलर) से 20 फीसदी कम थी।
2022 की तुलना में 2023 में प्रारंभिक चरण की डील अधिक हुई, जो इस श्रेणी में निवेशकों की निरंतर रुचि को दर्शाता है, लेकिन पिछले वर्षों की तुलना में ये डील बहुत कम वैल्यूएशन पर हुई। रिपोर्ट में कहा गया है, साल 2023 कुछ हद तक "भारतीय कृषि खाद्य स्टार्टअप के लिए औसत से उलट" था। ई-ग्रोसरी अभी भी एग्रीफूडटेक में सबसे अधिक फंडिंग प्राप्त करने वाली श्रेणी है, हालांकि सालाना आधार पर इसकी फंडिंग में 46 फीसदी की गिरावट आई है। करीब 16.2 करोड़ डॉलर की फंडिंग के साथ एग्रीबिजनेस मार्केटप्लेस और फिनटेक दूसरी सबसे अच्छी वित्त पोषित श्रेणी थी, जिसमें 62 फीसदी की गिरावट आई।
एगफंडर न्यूज की प्रबंध संपादक लुइसा बर्डवुड-टेलर ने कहा, "एग्रीफूड निवेश में वैश्विक मंदी का कारण कम और छोटी डील हैं, लेकिन भारत में स्थिति एक बुनियादी बदलाव का संकेत देती है। हालांकि डील की संख्या में ज्यादा कमी नहीं आई है लेकिन भारत में निवेश दृष्टिकोण अधिक चयनात्मक और योग्यता-आधारित हो गया है, जो इस क्षेत्र के क्रमिक और आशाजनक सुधार का सुझाव देता है।"
ओम्निवोर के मैनेजिंग पार्टनर, मार्क काह्न ने कहा, “हम रियलिस्टिक वैल्यूएशन की वापसी देख रहे हैं जो कंपनियों की परिचालन और वित्तीय उपलब्धियों को दर्शाता है। बेलगाम विकास रणनीतियों की बजाय ध्यान पूरी तरह से एक मजबूत व्यवसाय मॉडल के निर्माण को प्राथमिकता देने, लाभप्रदता पर ध्यान केंद्रित करने और ग्राहकों और हितधारकों के लिए मूल्य सृजित करने पर है। 2023 की तरह, यह वर्ष आशाजनक स्टार्टअप्स में निवेश करने के लिए एक शानदार वर्ष होगा। विशेष रूप से उन संस्थापकों के लिए जो शुरू से ही कुछ हटकर और इकाई आर्थिक रूप से व्यवहार्य कारोबार खड़ा कर रहे हैं।”
एक चिंताजनक प्रवृत्ति एग्रीफूड निवेशकों की सीमित भागीदारी है। यह परिदृश्य सभी चरणों में अधिक प्रतिबद्ध निवेशकों की आवश्यकता को रेखांकित करता है।