पंजाब में धान की रोपाई के लिए राज्य सरकार ने नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। इस बार पंजाब के कई जिलों के किसान धान की रोपाई 11 जून से शुरू कर सकेंगे जबकि गत वर्ष धान की रोपाई 16 जून से शुरू हुई थी। धान की सीधी बुवाई (डीएसआर) 15 मई से शुरू होगी, जिसकी तारीख पिछले साल 20 मई थी।
पंजाब सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग ने नोटिफिकेशन जारी कर धान बुवाई और रोपाई का कार्यक्रम घोषित कर दिया है। राज्य सरकार ने धान की बुवाई के लिए किसानों को आठ घंटे बिजली आपूर्ति का आश्वासन दिया है। धान की रोपाई के कार्यक्रम के लिए राज्य को दो हिस्सों में बांटा गया है।
पंजाब में गिरते भूजल स्तर को देखते हुए धान की सीधी बुवाई पर जोर दिया जा रहा है। इस बार पंजाब के मुक्तसर, बठिंडा, फाजिल्का, फरीदकोट, मानसा और फिरोजपुर जिलों के किसानों 11 जून से धान की रोपाई कर सकेंगे। इन इलाकों के लिए 11 जून से नहर में पानी की सप्लाई की जाएगी। वहीं, पंजाब के बाकी सभी जिलों में धान की बुवाई 15 जून से शुरू होगी। गत वर्ष धान की रोपाई आखिरी चरण में 21 जून से शुरू हुई थी। धान की सीधी बुवाई के लिए 15 से 31 मई तक की अवधि निर्धारित की गई है।
धान की रोपाई के समय बिजली का संकट पैदा न हो, इसके लिए बिजली विभाग ने भी तैयारियां शुरू कर दी हैं। अत्यधिक जल दोहन को रोकने के लिए पंजाब सरकार ने लंबी अवधि की धान किस्म पूसा-44 किस्म की बुवाई पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकार कम अवधि और कम पानी की खपत वाली किस्मों की बुवाई पर जोर दे रही है।