राजस्थान के पशुपालक अब आसानी से पशु खरीद पाएंगे। राज्य सरकार ने पशुपालक के लिए बिना ब्याज के 1 लाख रुपए तक का लोन देने की योजना शुरू की है। पशुपालकों को यह सुविधा उनके 'गोपालक कार्ड' के माध्यम से मिलेगी। यह घोषणा प्रदेश के पशुपालन, गोपालन एवं डेयरी मंत्री जोराराम कुमावत ने सोमवार को हनुमानगढ़ में गोगामेड़ी मेले के शुभारंभ अवसर पर की।
मंत्री ने राज्य सरकार की योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि ऊंटनी के पहले बच्चे के पालन-पोषण के लिए मुख्यमंत्री द्वारा 20 हजार रुपए का अनुदान देने की घोषणा की गई है। राज्य में रोजगार के दृष्टिकोण से पशुपालन दूसरा सबसे बड़ा व्यवसाय है। सरकार ने दूध देने वाले पशुओं के लिए बीमा योजना भी शुरू की है, जिससे पशुपालकों को आर्थिक सुरक्षा मिल सके। इसके साथ ही, राज्य में पशुपालकों की सहायता के लिए 536 मोबाइल यूनिट्स की शुरुआत की गई है, जो घर-घर जाकर पशुओं का इलाज करेंगी।
मंत्री कुमावत ने बताया कि गायों के अनुदान में 10 फीसदी की वृद्धि की गई है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पंचायत में गौशाला और हर पंचायत समिति में नंदी शाला खोलने की योजना पर काम हो रहा है। नई गौशाला के लिए 10 लाख रुपए खर्च करने पर सरकार 90 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दे रही है।