राजस्थान में भाजपा के कद्दावर नेता और प्रदेश के कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उनके एक सहयोगी ने इस्तीफे की जानकारी दी है। इसे राजस्थान में भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। हालांकि, अभी उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं हुआ और भाजपा उन्हें मानाने की कोशिश कर सकती है।
लोकसभा चुनाव के दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने ऐलान किया था कि अगर उनके प्रभाव वाली सीटों पर भाजपा हार गई तो वे मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे। भाजपा उनके गृह क्षेत्र दौसा में ही चुनाव हार गई थी। तभी से उनके इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही थी। विपक्षी दल कांग्रेस के नेता उन्हें इस्तीफे की चुनौती दे रहे थे। अब मंत्री पद से इस्तीफा देकर किरोड़ी लाल मीणा प्रदेश के भजन लाल शर्मा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल सकते हैं।
लोकसभा चुनाव में राजस्थान की 25 सीटों में से 11 सीटों पर हार से भाजपा संगठन में घमासान मचा हुआ है। कई दिनों से राजस्थान के राजनीतिक गलियारों में कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ीलाल मीणा के इस्तीफा की अटकलें लगाई जा रही थीं। बताया जा रहा है कि किरोड़ीलाल मीणा ने दो दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया था। मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किया, “रघुकुल रीति सदा चलि आई। प्राण जाई पर बचन न जाई।“
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किरोड़ी लाल मीणा को राजस्थान की सात सीटों - भरतपुर, धौलपुर करौली, अलवर, जयपुर ग्रामीण, दौसा, टोंक सवाई माधोपुर और झालावाड़ पर बीजेपी को जिताने की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन इन सात सीटों में चार सीटें भाजपा हार गई। किरोड़ी लाल मीणा को सबसे बड़ा झटका उनके गृह क्षेत्र दौसा और टोंक-सवाईमाधोपुर सीट पर लगा। दौसा में कांग्रेस के मुरारी लाल मीणा ने भाजपा प्रत्याशी को 2.37 लाख वोटों से हराया।
लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के बाद किरोड़ी लाल मीणा ने सरकारी गाड़ी छोड़ दी थी और अपने विभाग नहीं जा रहे थे। इसके बाद अब मंत्री किरोड़ी लाल मीना ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। अब देखना है कि क्या किरोड़ी लाल मीणा का इस्तीफा भाजपा को राजस्थान सरकार में नेतृत्व परिवर्तन के लिए मजबूर करेगा! विधानसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद भाजपा ने तमाम दिग्गज नेताओं को दरकिनार करते हुए एक नए चेहरे भजन लाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया था।