हरियाणा के सिरसा जिले में कुछ किसानों की तत्परता और सूझबूझ से एक बड़ा रेल हादसा होने से बच गया। ऐलनाबाद के पास बेहरवाला और तलवाड़ा खुर्द के बीच बारिश के कारण रेलवे अंडरपास में पानी भर गया था और रेल की पटरियों के नीचे से मिट्टी व रोड़ी बह गई थी। इस कारण जयपुर से श्रीगंगानगर चलने वाली रेलगाड़ी संख्या 04706 गुरुवार रात किसी बड़े हादसे का शिकार हो सकती थी। लेकिन रेलवे ट्रैक के नीचे से मिट्टी धंसी देख स्थानीय किसान अलर्ट हो गये। उन्होंने मोबाइल टॉर्च की रोशनी दिखाकर ट्रेन को रुकवाया। इतना ही नहीं किसानों ने रेलकर्मियों के साथ मिलकर ट्रैक को ठीक भी कराया। तब जाकर ट्रेन की आवाजाही सुचारू हुई।
मिली जानकारी के अनुसार, तलवाड़ा खुर्द निवासी किसान भीम सेन और उनका बेटे वकील चंद रात करीब 9 बजे खेतों की ओर जा रहे थे। तभी उन्होंने अंडरपास से कुछ गिरने की आवाज सुनी। वहां जाकर देखा तो पटरी के नीचे से मिट्टी और पत्थर गिर रहे थे। उन्होंने फोन कर आसपास के किसानों को बुलाया। इसी दौरान ऐलनाबाद की ओर से ट्रेन आती दिखी। पटरियों की ऐसी हालत में कोई बड़ा हादसा हो सकता था। इसलिए ट्रेन रुकवाने के लिए भीम सेन मोबाइल फोन की लाइट दिखाते हुए रेलगाड़ी की ओर दौड़ पड़े और ड्राईवर को रेल रोकने का इशारा किया। लोको पायलट ने आपात स्थिति को भांपकर इमरजेंसी ब्रेक लगा दिये। उसने किसानों के साथ जाकर देखा तो अंडरपास पर पटरी के नीचे से मिट्टी और रोड़ी निकली हुई थी। इसकी सूचना तत्काल रेलवे पुलिस और उच्च अधिकारियों को दी। वहां पहुंचे रेलकर्मियों ने किसानों की मदद से रेलवे ट्रैक को ठीक किया। तब जाकर ट्रेन को धीरे-धीरे वहां से निकाला गया।