छत्तीसगढ़ सरकार ने खरीफ सीजन 2024-25 के लिए 160 लाख टन धान खरीदने का लक्ष्य तय किया है। रायपुर में सोमवार को आयोजित कैबिनेट उप-समिति की बैठक में यह निर्णय लिया गया, जिसकी अध्यक्षता राज्य के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री दयालदास बघेल ने की। बैठक में यह तय किया गया कि राज्य के पंजीकृत किसानों से 21 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से धान की खरीद की जाएगी, और सभी खरीद केंद्रों पर इलेक्ट्रॉनिक तौल मशीनों की व्यवस्था की जाएगी। केंद्र सरकार ने इस खरीफ सीजन के लिए सामान्य धान का एमएसपी 2300 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-ए धान का एमएसपी 2320 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। हालांकि, छत्तीसगढ़ सरकार किसानों से 3100 रुपये के समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी करती है।
इसके अलावा जूट के बोरे की खरीद जूट कमिश्नर और जेम पोर्टल के माध्यम से की जाएगी ताकि धान खरीद प्रक्रिया को सरल और सुव्यवस्थित किया जा सके। वहीं, धान उठाव, कस्टम मिलिंग, केन्द्रीय पूल और छत्तीसगढ़ नागरिक आपूर्ति निगम में चावल जमा करने और परिवहन पर भी चर्चा हुई। यह तय किया गया कि पिछले साल की तरह इस साल भी धान की खरीदी के साथ-साथ उठाव होगा और 31 मार्च तक इसे अनिवार्य रूप से पूरा किया जाएगा।
बैठक में राज्य स्थापना दिवस राज्योत्सव को ध्यान में रखते हुए धान खरीदी 15 नवंबर से शुरू करने पर भी चर्चा हुई। हालांकि इस पर अंतिम निर्णय राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में लिया जाएगा। पिछले सीजन में छत्तीसगढ़ ने समर्थन मूल्य पर रिकॉर्ड 144.92 लाख टन धान खरीदा था, और इस सीजन में यह आंकड़ा 160 लाख टन तक पहुंचने का अनुमान है। धान की खरीद 2,058 सहकारी समितियों और 2,739 धान खरीद केंद्रों के माध्यम से की जाएगी। खाद्य मंत्री ने अधिकारियों को खरीदी केंद्रों पर किसानों के लिए सभी सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।