राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की पूर्ण स्वामित्व वाली मदर डेयरी मध्य और दक्षिण भारत में अपने कारोबार का विस्तार करेगी। कंपनी 650 करोड़ रुपये का निवेश कर महाराष्ट्र और कर्नाटक में दो नए फूड प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करने जा रही है। इसके अलावा कंपनी अपने मौजूदा प्लांट की क्षमताओं का विस्तार करने के लिए 100 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। इस तरह मदर डेयरी अपनी फूड प्रोसेसिंग की क्षमताओं को बढ़ाने के लिए 750 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च करेगी। साथ ही डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को भी बढ़ाएगी।
मदर डेयरी लगभग 525 करोड़ रुपये के निवेश के साथ महाराष्ट्र के नागपुर में एक बड़ा डेयरी प्लांट लगा रही है। इसकी क्षमता 6 लाख लीटर दूध प्रसंस्करण की होगी, जिसे प्रतिदिन 10 लाख लीटर तक बढ़ाया जा सकता है। यह डेयरी प्लांट मध्य और दक्षिणी क्षेत्रों के बाजारों में मदर डेयरी की पहुंच बढ़ाएगा। मदर डेयरी अपने सफल ब्रांड के तहत 125 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश कर कर्नाटक में एक नया फ्रूट प्रोसेसिंग प्लांट शुरू करने की भी योजना बना रही है।
वर्तमान में, मदर डेयरी के पास डेयरी के लिए कंपनी के स्वामित्व वाले नौ प्रोसेसिंग प्लांट हैं, जिनकी कुल दूध प्रसंस्करण क्षमता प्रति दिन 50 लाख लीटर से अधिक है। मदर डेयरी की स्थापना 1974 में हुई थी। अब यह राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। दिल्ली-एनसीआर में दूध बूथ के साथ-साथ सफल रिटेल आउटलेट भी हैं। मदर डेयरी दिल्ली-एनसीआर में प्रतिदिन 35 लाख लीटर से अधिक दूध बेचती है।