उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में स्थित मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण का मामला कई साल से अटका हुआ है। किसानों के तमाम विरोध-प्रदर्शन और सरकार के आश्वासनों के बावजूद अभी तक मोरना चीनी मिल की क्षमता में विस्तार नहीं हो पाया। अब इस मुद्दे पर भाजपा के सहयोगी राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष और केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है।
जयंत चौधरी ने मोरना में द गंगा किसान सहकारी चीनी मिल लिमिटेड मोरना के विस्तारीकरण के संबंध में बिजनौर के सांसद चंदन चौहान के अनुरोध का उल्लेख करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से चीनी मिल की पेराई क्षमता बढ़ाने तथा भंडारण व्यवस्था में सुधार का अनुरोध किया है। जयंत चौधरी ने अपने पत्र में सरकार द्वारा 2021 में सदन में की गई घोषणा का जिक्र भी किया है।
पिछले कई वर्षों से मोरना चीनी मिल के विस्तारीकरण की मांग उठ रही है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने 16 दिसंबर, 2021 को मोरना चीनी मिल के विस्तारीकरण की घोषणा की थी। राज्य सरकार ने बजट में मोरना चीनी मिल के अपग्रेडेशन के लिए 65 करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया था। लेकिन मुख्यमंत्री के ऐलान के बावजूद मिल के विस्तारीकरण का काम आगे नहीं बढ़ पाया।
मोरना चीनी मिल की वर्तमान क्षमता 2500 टन प्रतिदिन (टीसीडी) है जो क्षेत्र में गन्ने के बढ़ते उत्पादन को देखते हुए नाकाफी है। क्षेत्र के किसान काफी समय से चीनी मिल के विस्तार की मांग कर रहे हैं। कई बार इस मुद्दे पर किसान संगठन धरने-प्रदर्शन भी कर चुके हैं। साल 2021 में प्रदेश के गन्ना मंत्री सुरेश राणा और खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोरना शुगर मिल के विस्तारीकरण का ऐलान किया था, जो चुनावी शिगूफा साबित हुआ। 2022 में भाजपा के भारी बहुमत से दोबारा सरकार बनाने के बाद भी किसानों की यह मांग पूरी नहीं हो पाई।
विपक्ष में रहते हुए राष्ट्रीय लोकदल मोरना चीनी मिल विस्तार के मुद्दे भाजपा सरकार पर काफी हमलावर थी लेकिन अब भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार में भागीदार है। विपक्ष में रहते हुए चंदन चौहान पूर्व गन्ना मंत्री सुरेश राणा और भाजपा सरकार पर चीनी मिल के विस्तारीकरण पर झूठ बोलने का आरोप लगाते थे। अब देखना है कि सरकार में भागीदार रालोद के नेता इस मांग को कब तक पूरा करवा पाते हैं।