हिमाचल प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देते हुए किसानों से 40 रुपये प्रति किलोग्राम में गेहूं और 30 रुपये प्रति किलोग्राम में मक्का की खरीद की जाएगी। शुक्रवार को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देना के लिए सरकार की ओर से शुरू की गई 'हिम-उन्नति योजान' का अनावरण करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता के हिस्से के रूप में, राज्य सरकार प्रति परिवार 20 क्विंटल प्राकृतिक रूप से उगाए गए अनाज की खरीद करेगी। जिसमें गेहूं के लिए 40 रुपये प्रति किलोग्राम और मक्का के लिए 30 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीद होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना का उद्देश्य राज्य में रसायन मुक्त खेती को बढ़ावा देना और कृषि उद्यमिता को मजबूत करना है। इसके लिए 150 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जिससे लगभग 1.92 लाख किसानों को लाभ होगा, जो पहले से ही 32,149 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर रसायन मुक्त खेती कर रहे हैं। योजना के तहत छोटे किसानों को एकीकृत कर थोक उत्पादन को सक्षम किया जाएगा, जिससे विपणन योग्य अधिशेष सुनिश्चित होगा।
सुक्खू ने कहा कि यह योजना विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसानों, महिला किसानों, अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), और गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) परिवारों को लाभान्वित करेगी। इसके साथ ही, 2,600 केंद्रित कृषि समूहों के निर्माण के माध्यम से लगभग 50 हजार किसानों के लिए स्वरोजगार के अवसर पैदा होने की उम्मीद है। इस योजना के माध्यम से सब्जियों और अनाजों की उत्पादकता में 15-20 प्रतिशत तक की वृद्धि होने का भी अनुमान है।