गुजरात में समर्थन मूल्य पर मूंगफली, सोयाबीन, उड़द और मूंग की सरकारी खरीद शुरू हो गई है। सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर से इसकी शुरुआत की। इन फसलों की खरीद के लिए राज्य भर में 160 से अधिक खरीद केंद्र स्थापित किए गए हैं, जहां अगले 90 दिनों तक किसानों से फसलों की खरीद की जाएगी। गुजरात सरकार की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, अब तक 3.70 लाख से अधिक किसानों ने समर्थन मूल्य पर अपनी फसल बेचने के लिए पंजीकरण कराया है।
केंद्र सरकार ने खरीफ सीजन 2024-25 के लिए मूंगफली का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 6,783 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग का एमएसपी 8,682 रुपये प्रति क्विंटल, उड़द का एमएसपी 7,400 रुपये प्रति क्विंटल और सोयाबीन का एमएसपी 4,892 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
हिम्मतनगर में कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुजरात के कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाने के लिए प्रधानमंत्री के प्रयासों पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नर्मदा नदी का पानी सिंचाई के लिए खेतों तक पहुंचाया गया है, प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर बनाए गए हैं, और 'कैच द रेन' पहल के तहत कुओं का विकास किया गया है। इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में किसानों के लिए पर्याप्त बिजली सुनिश्चित की गई है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य का सिंचित क्षेत्र 62 लाख हेक्टेयर तक बढ़ गया है और कृषि उत्पादन 2.7 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। प्राकृतिक खेती के बारे में बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने राज्यपाल आचार्य देवव्रत के प्रयासों की सराहना भी की, जिनके कारण गुजरात में प्राकृतिक खेती में सकारात्मक परिणाम सामने आए हैं। मुख्यमंत्री ने सभी उपस्थित किसानों से जल संरक्षण, मिट्टी की सुरक्षा और फसलों को बीमारियों से बचाने के लिए प्राकृतिक खेती के तरीकों को अपनाने का आग्रह किया।