आम उत्पादन के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर आता है। देश में 40 फीसदी आम का उत्पादन अकेला उत्तर प्रदेश ही करता है। प्रदेश में आम उत्पादन कई किसानों और बागवानों की आय का एक मुख्य स्त्रोत है। आम की खेती को बढ़ावा देने के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर फ्रूट्स (बस्ती) किसानों को आम की उन्नत किस्मों के पौधे उपलब्ध करवा रहा है। यह पौधे बाजर से कम दरों पर किसानों को दिए जाएंगे। किसान मात्र 102 से 122 रुपये में आम की उन्नत किस्मों के पौधे प्राप्त कर सकते हैं।
किसानों को परंपरागत के साथ हाइब्रिड किस्मों के पौधे भी उपलब्ध करवाए जाएंगे। रंगीन हाइब्रिड किस्मों में पूसा सूर्या, पूसा श्रेष्ठ, पूसा लालिमा, पूसा पिताम्बर, अरुणिका, पूसा प्रतिभा, टामीएटकिंस, पूसा मनोहरी, संसेशन, पूसा अरूणिमा, अम्बिका व एक्सपोर्ट ओरिएन्टेड किस्में शामिल है। किसानों को यह किस्में 122 रुपये प्रति पौधे के हिसाब से दी जाएंगी। इसी तरह, आम की अन्य सामान्य प्रजातियां दशहरी, वाराणसी लंगड़ा, लखनऊ सफेदा व आम की अन्य प्रजातियां 102 रुपये प्रति पौधे के हिसाब से दी जाएंगी।
इसके अलावा अतिरिक्त रंगीन एवं एक्सपोर्ट क्वालिटी साइनउड किस्मों की दरें 20 प्रति साइनउड तथा अन्य सामान्य किस्मों की दरें 15 प्रति साइनउड तय की गई हैं। साथ ही साथ एक ही मूल स्टॉक से जुड़े एक से अधिक ग्राफ्ट वाले पौधों के खरीद मूल्य पर प्रति अतिरिक्त ग्राफ्टिंग 50 रुपये का अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा। अधिक जानकारी के लिए किसान सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर फ्रूट्स या अपने नजदीकी कृषि अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।