हरियाणा में तिलहन-दलहन की सरकारी खरीद के लिए तारीखें निर्धारित

हरियाणा में मसूर की खरीद 20 मार्च से, सरसों की खरीद 28 मार्च से, चने की खरीद 1 अप्रैल से, ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीद 15 मई से और सूरजमुखी की खरीद 1 जून से शुरू होगी।

हरियाणा सरकार किसानों से दलहन और तिलहन फसलों को खरीदने की तैयारी में जुट गई है। प्रदेश में मसूर की खरीद 20 मार्च से, सरसों की खरीद 28 मार्च से, चने की खरीद 1 अप्रैल से, ग्रीष्मकालीन मूंग की खरीद 15 मई से और सूरजमुखी की खरीद 1 जून से शुरू होगी। किसानों से इन फसलों की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जाएगी।

हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ. विवेक जोशी ने हाल में रबी मार्केटिंग सीजन 2025-26 के लिए तिलहन और दलहन की खरीद को लेकर तैयारियों की समीक्षा की थी। उन्होंने अधिकारियों को खरीद की पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित करने, खरीद केंद्रों को चिन्हित करने, भण्डारण और बारदाने की समुचित व्यवस्था करने तथा समय पर खरीद शुरू करने के निर्देश दिये।

आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, हरियाणा में वर्ष 2024-25 के दौरान सरसों की खेती लगभग 21.08 लाख एकड़ भूमि में की गई है, जबकि चना, सूरजमुखी और मसूर की खेती क्रमशः 61 हजार एकड़, 63 हजार एकड़ तथा 98 एकड़ भूमि में की गई है। राज्य में इस वर्ष 74 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से सरसों के 15.59 लाख टन उत्पादन की संभावना है।

इसी प्रकार, चने की औसत उपज 49.4 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से 30 हजार टन उत्पादन तथा 80 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज के आधार पर 50 हजार टन सूरजमुखी उत्पादन होने की संभावना है। 70 क्विंटल प्रति एकड़ की औसत उपज के हिसाब से मूंग का उत्पादन 68 हजार टन तक पहुंचने की संभावना है। ग्रीष्मकालीन मूंग की खेती लगभग 1 लाख एकड़ भूमि पर की गई है और 48 क्विंटल प्रति एकड़ की उपज के हिसाब से इस वर्ष मूंग का उत्पादन 48 हजार टन होने की संभावना है।

वर्ष 2025-26 के लिए सरसों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 5950 रुपये, चने का 5650 रुपये, सूरजमुखी का 7280 रुपये, समर मूंग का 8682 रुपये और मसूर का एमएसपी 6700 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। 

बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, आनंद मोहन शरण, अतिरिक्त मुख्य सचिव, कृषि एवं किसान कल्याण, राजा शेखर वुंडरू, निदेशक, कृषि, राजनारायण कौशिक, निदेशक, खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, राजेश जोगपाल, प्रबंध निदेशक, हैफेड, मुकुल कुमार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।