दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बुधवार को मतदान के बाद अब सबकी निगाहें परिणाम पर टिकी हैं। विभिन्न एग्जिट पोल में भाजपा की जीत के दावे किए जा रहे हैं जबकि सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी अपना पुराना प्रदर्शन दोहराने में नाकाम नजर आ रही है।
कुल 11 एग्जिट पोल में से 9 में भाजपा को बहुमत मिलता दिख रहा है जबकि दो एग्जिट पोल में आप की सरकार बनने का अनुमान है। कांग्रेस को पिछले चुनावों के मुकाबले कोई खास बढ़त नहीं है। गौरतलब है कि 2020 के दिल्ली चुनावों में, अधिकांश एग्जिट पोल के दावे गलत साबित हुए थे।
इस बार सभी एग्जिल पोल का निचोड़ यानी पोल ऑफ पोल्स में भाजपा को 36-42, आम आदमी पार्टी को 27-33 और कांग्रेस को एक सीट मिलने का अनुमान है। कुछ एग्जिट पोल ने आप और भाजपा के बीच कड़ी टक्कर दिखाई है, लेकिन भाजपा का पलड़ा भारी है।
दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों पर बुधवार शाम 5 बजे तक 57.70% वोटिंग हो चुकी है। नतीजे 8 फरवरी को घोषित होंगे। सरकार बनाने के लिए 36 सीटों की जरूरत है। आप के पास वर्तमान में 62 विधायक, भाजपा के पास आठ और कांग्रेस का कोई विधायक नहीं है।
आप के कई नेताओं ने एग्जिट पोल को खारिज कर दिया, जबकि भाजपा नेताओं ने कहा कि उन्हें अपनी जीत का भरोसा है। अगर भाजपा को बहुमत मिलता है तो 27 साल बाद दिल्ली की सत्ता में उसकी वापसी होगी। इससे पहले 1993 में भाजपा ने 49 सीटें जीतीं और 5 साल में तीन मुख्यमंत्री - मदनलाल खुराना, साहिब सिंह वर्मा और सुषमा स्वराज बनाये थे। उसके बाद से भाजपा दिल्ली की सत्ता से दूर रही है।