रूरल वॉयस के चौथे एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव की शुरुआत हो चुकी है। आज किसान दिवस के अवसर पर नई दिल्ली स्थित इंडिया हैबिटेट सेंटर में चल रहे ‘रूरल वॉयस एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव एंड नैकॉफ अवॉर्ड्स 2024’ की थीम ‘किसानों के लिए संस्था निर्माण’ है। इस मौके पर ‘रूरल वर्ल्ड’ पत्रिका के नवीनतम अंक और इसकी वेबसाइट का विमोचन भी किया गया। इस अवसर पर कृषि क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले किसान, सहकारी संस्था, निजी क्षेत्र की संस्था और सार्वजनिक संस्थान को सम्मानित भी किया जाएगा। इसके साथ ही रूरल वॉयस आज अपनी स्थापना के पांचवें साल में प्रवेश कर चुका है।
कार्यक्रम में सभी अतिथियों का स्वागत करते हुए रूरल वॉयस के एडिटर-इन-चीफ हरवीर सिंह ने किसानों के लिए संस्था निर्माण विषय के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि देश में कृषि क्षेत्र में आज जो संस्थान हैं, अगर वे संस्थान नहीं होते तो हमारे लिए इस मुकाम पर पहुंचना संभव नहीं होता। लेकिन समय बदला है और आगे की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए हमें क्या बदलाव करने चाहिए, इस पर चर्चा के लिए इस सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
कॉन्क्लेव में कृषि विशेषज्ञ, नीति निर्माता, बिजनेस लीडर और किसान प्रतिनिधि ‘किसानों के लिए संस्था निर्माण’ विषय से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार रख रहे हैं। कॉन्क्लेव में चर्चा के चार सत्र और एक समापन सत्र रखा गया है। पहला सत्र ‘अगली पीढ़ी की कृषि के लिए, अगली पीढ़ी की सहकारी संस्था’ पर केंद्रित है। दूसरे सत्र में ‘निजी क्षेत्र: किसानों की भागीदारी’ पर चर्चा होगी। तीसरे सत्र में विशेषज्ञ ‘किसानों के लिए सार्वजनिक संस्थान’ के विषय पर अपने अनुभव साझा करेंगे। सम्मेलन का चौथा सत्र ‘किसानों के लिए संस्थाओं के विकास में सहायक नीतिगत वातावरण’ पर केंद्रित रहेगा। इन सत्रों में किसानों की आय बढ़ाने, उन्हें बाजार मुहैया कराने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में सहायक संस्थाओं के निर्माण और उन्हें सशक्त बनाने पर मंथन होगा।
इस कार्यक्रम में उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत, केंद्रीय कृषि सचिव देवेश चतुर्वेदी, केंद्रीय पशुपालन, डेयरी एवं मत्स्यपालन विभाग की सचिव अलका उपाध्याय, इफको के प्रबंध निदेश डॉ. यूएस अवस्थी, कृभको चेयरमैन डॉ. चंद्रपाल सिंह, इंडियन डेयरी एसोसिएशन के प्रेसिडेंट डॉ. आरएस सोढ़ी, पूर्व सांसद एवं बिहार के मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार केसी त्यागी के अलावा देश भर से किसान भाग ले रहे हैं।