भारत में श्वेत क्रांति के जनक कहे जाने वाले डॉ. वर्गीज कुरियन का आज 100 वां जन्मदिन है। 'मिल्क मैन ऑफ इंडिया' के नाम से मशहूर डॉ. कुरियन ने भारत को विश्व का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक देश बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। डॉ. वर्गीज कुरियन की जन्मशती पर रूरल वॉयस ने अमूल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. आर.एस. सोढ़ी के साथ अपने खास विडियो इंटरव्यू कार्यक्रम “रूरल डायलॉग” में डॉ. वर्गीज कुरियन द्वारा अमूल को देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी और डेयरी कंपनी के रूप में स्थापित करने जैसी उपलब्धियों और उनके द्वारा स्थापित मूल्यों और देश व डेयरी क्षेत्र को लेकर उनके विजन जैसे तमाम मुद्दों पर बातें की। इस पूरी बातचीत को आप इस स्टोरी के साथ दिये विडियो पर क्लिक कर देख सकते हैं।
डॉ. कुरियन को भारत रत्न से जुड़े सवाल पर आर. एस. सोढ़ी ने कहा कि डॉ. कुरियन का देश के लिए जो योगदान है उसे देखते हुए उन्हें भारत रत्न मिलता ही चाहिए। अगर उन्हें भारत रत्न मिलता है तो डॉ. कुरियन को भारत नहीं मिलेगा बल्कि भारत रत्न को डॉ. कुरियन मिलेंगे।
इस बातचीत में डॉ. सोढ़ी ने कहा कि उनका विजन भारत को आत्मनिर्भर बनाने का था। उन्होंने लोकल फॉर वोकल के विजन पर काम किया और अमूल जैसा मॉडल बनाया। उन्होंने कहा कि साल 1950 में जहां भारत पूरी तरह आयात पर निर्भर था। उनके काम ने दस करोड़ पशुपालक परिवार अपने जीवन स्तर को उपर उठा पाए। डेयरी से जुड़े बड़े संस्थान बनाने में अहम भूमिका निभाई जो आज भी लागातार विकास कर रहे हैँ। आज उनके विजन वजह से 135 करोड़ भारतीय डेयरी उत्पादों के मामले में फूड सिक्योर हैं।
डॉ सोढ़ी ने कहा कि वर्गीज कुरियन का मानना था किसानों के मामले में किसी तरह के फंड और तकनीकी मामले में समझौता नही करना है इसलिए उन्होंने डेयरी क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर की अच्छी से अच्छी तकनीक मिल्क परक्यूमेंट मशीनें ,डेयरी मशीनें, आर्किटेक्चर हो या बिल्डिंग निर्माण इसके क्वालिटी के साथ समझौता नही किया जाना चाहिए। डॉ. सोढ़ी ने कहा कुरियन का कहते थे अच्छी क्वालिटी के सारी चीजें रहती है तो प्रोडक्ट भी अच्छी क्वालिटी होता है जिससे कस्टमर खुश रहते हैं। डॉ कुरियन कहना था कि इस दूध सहाकरिता में अधिकतर छोटे किसान जुड़े है इसलिए उनके साथ किसी भी तरह का धोखा नही होना चाहिए। दूसरी तरफ जो अमूल का उत्पाद को कस्टमर खरीद रहे है उस उत्पाद की क्वालिटी के साथ समझौता नही होना चाहिए। उनका मुख्य ध्येय था कि भारत के किसानों का फायदा होना चाहिए और ग्राहकों को उचित मूल्य पर उनको अच्छी क्वालिटी का मिल्क उत्पाद मिलना चाहिए। इसी के अनुसार उन्होंने इसका बिजनेस स्ट्रक्चर बनाया और इस पर उन्होंने फोकस किया। डॉ सोढ़ी ने अपना अनुभव शेयर करते कहा कि डॉ कुरियन कहते थे अगर कितनी भी परेशानी आए कितनी समस्या आए आप किसान के हितों की अनदेखी न करे आप हमेशा सफल रहेगें और आज भी उसी दिशा में हम काम कर रहे है।
इन तमाम बातों के अलावा आर. सोढ़ी के साथ पूरी बातचीत को यहां दिये गये विडियो पर क्लिक कर देख सकते हैं।