चालू रबी सीजन (2022-23) में गेहूं का क्षेत्रफल पिछले साल के मुकाबले 3.59 फीसदी अधिक है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक 30 दिसंबर तक गेहूं का क्षेत्रफल 325.10 लाख हैक्टेयर रहा जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 3.59 फीसदी अधिक है।
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक 30 दिसंबर तक रबी सीजन की फसलों का कुल क्षेत्रफल पिछले साल के मुकाबले 4.46 फीसदी बढ़कर 645 लाख हैक्टेयर पर पहुंच गया जो पिछले साल 617.43 लाख हैक्टेयर रहा था।
रबी सीजन की बुआई अब अंतिम चरण में हैं। कृषि मंत्रालय द्वारा हर शुक्रवार को रबी सीजन की मुख्य फसलों के क्षेत्रफल के ताजा आंकड़े जारी किये जाते हैं। पिछले साल इसी अवधि में गेहूं का क्षेत्रफल 313.81 लाख हैक्टेयर रहा था। इस साल मौसम काफी अनुकूल है और गेहूं की कीमतों के बेहतर रहने की उम्मीद के चलते कई राज्यों में इसका क्षेत्रफल बढ़ा है।
कृषि मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में गेहूं का क्षेत्रफल पिछले साल के मुकाबले 3.59 लाख हैक्टेयर, राजस्थान में 2.52 लाख हैक्टेयर, महाराष्ट्र में 1.89 लाख हैक्टेयर, गुजरात 1.10 लाख हैक्टेयर और बिहार में 87 हजार हैक्टेयर अधिक रहा है। इनके अलावा छत्तीगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगालस जम्मू एवं कश्मीर, असम और झारखंड में भी गेहूं का क्षेत्रफल पिछले साल के मुकाबले अधिक रहा है।
कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी के मुताबिक रबी फसलों की बुआई लगभग समाप्त होने को है, उत्तर प्रदेश से क्षेत्रफल में अभी कुछ बढ़ोतरी की उम्मीद है।
रबी सीजन की दालों का क्षेत्रफल भी पिछले साल के 150.10 लाख हैक्टेयर से बढ़कर 153.09 लाख हैक्टेयर पर पहुंच गया है। दालों में चना का क्षेत्रफल 105.61 लाख हैक्टेयर रहा है।
मोटे अनाजों का क्षेत्रफल भी मामूली रूप से बढञकर 46.67 लाख हैक्टेयर रहा है जो पिछले साल इसी समय तक 44.85 लाख हैक्टेयर रहा था। वहीं 30 दिसंबर तक रबी सीजन की तिलहन फसलों का क्षेत्रफल 103.60 लाख हैक्येर रहा जो पिछले साल 94.96 लाख हैक्टेयर रहा था। रबी सीजन की मुख्य तिलहन फसल सरसों का क्षेत्रफल पिछले साल के 86.56 लाख हैक्टेयर के मुकाबले बढञकर 94.22 लाख हैक्टेयर पर पहुंच गया है।