सितंबर माह में वनस्पति तेलों का आयात छह माह के निचले स्तर पर पहुंच गया है। सितंबर में कुल 10.87 लाख टन वनस्पति तेलों का आयात हुआ, जो पिछले साल सितंबर 2023 में 15.52 लाख टन रहा था। सरकार ने सितंबर में खाद्य तेलों के आयात पर सीमा शुल्क में 20 फीसदी की बढ़ोतरी कर दी थी। इस बढ़ोतरी को आयात में कमी की मुख्य वजह माना जा सकता है। वहीं पिछले कुछ दिनों में घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक तेल वर्ष 2023-24 में वनस्पति तेलों का आयात पांच लाख टन कम रह सकता है। इसके मुताबिक तेल वर्ष 2023-24 में 160 लाख टन वनस्पति तेल आयात होने का अनुमान है जबकि पिछले तेल वर्ष में 165 लाख टन तेल का आयात हुआ था। चालू तेल वर्ष 2023-24 में नवंबर से सितंबर तक के पहले 11 महीनों में वनस्पति तेलों के आयात में 6 फीसदी की कमी आई है।
एसोसिएशन के मुताबिक, जुलाई और अगस्त में अधिक शिपमेंट के कारण स्टॉक में वृद्धि हुई, लेकिन मांग कम रही। अंतरराष्ट्रीय बाजार में पाम ऑयल की कीमतें सोयाबीन और सूरजमुखी तेल से अधिक होने के कारण घरेलू व्यापारियों ने पाम ऑयल की खरीद कम कर दी है। इसके अलावा, शुल्क बढ़ने और शिपमेंट में देरी के कारण भी आयात में कमी आई है।
केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, पिछले एक महीने में घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले एक महीने में पैक्ड सोयाबीन तेल का औसत खुदरा मुल्य 118.69 रुपये से बढ़कर 135.41 रुपये प्रति लीटर, पैक्ड सूरजमुखी तेल का औसत खुदरा मुल्य 120.33 रुपये से बढ़कर 138.96 रुपये प्रति लीटर और पैक्ड पाम तेल का औसत खुदरा मुल्य 100.19 रुपसे से बढ़कर 120.09 रुपये प्रति लीटर हो गया है।
इस साल सितंबर में खाद्य तेल का आयात 10.64 लाख टन और गैर खाद्य वनस्पति तेल का आयात 22,100 टन रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में खाद्य तेल का आयात 14.94 लाख टन और गैर खाद्य वनस्पति तेल का आयात 57,940 टन था।
चालू तेल वर्ष के पहले 11 महीनों में पाम ऑयल का आयात 10 फीसदी घटकर 81.69 लाख टन रह गया, जो पिछले वर्ष 90.80 लाख टन था। इस दौरान रिफाइंड ऑयल के आयात में 17 फीसदी और क्रूड ऑयल के आयात में 4 फीसदी की गिरावट आई है।
एसोसिएशन के अनुसार, तेल वर्ष 2023-24 के पहले 11 महीनों के दौरान देश में सोयाबीन तेल का आयात 30.98 लाख टन रहा, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 35.41 लाख टन था। वहीं, सूरजमुखी तेल का आयात बढ़कर 32.67 लाख टन हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 28.46 लाख टन था।