प्याज-टमाटर और आलू की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। जिसका असर अब आम जनता की थाली पर दिखने लगा है। जून 2024 में वेज थाली की लागत 10 फीसदी बढ़ गई है। जबकि, नॉन वेज थाली की लागत में 4 फीसदी की कमी आई है।
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस एंड एनालिसिस (क्रिसिल) की ओर से जून महीने के लिए जारी की गई "राइस रोटी रेट" रिपोर्ट से यह जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार, वेज थाली की लागत जून में 10 फसदी बढ़कर 29.4 रुपये प्रति थाली हो गई है। एक साल पहले की अवधि में यह कीमत 26.7 रुपये थी। वहीं, मई 2024 में वेज थाली की लागत 27.8 रुपये थी।
वेज थाली की बढ़ी लागत के पीछे सब्जियों (टमाटर, प्याज और आलू) की लगातार बढ़ रही कीमतों को वजह बताया गया है। पिछले एक साल की अवधि में टमाटर की कीमतों में 30 फीसदी, प्याज में 46 फीसदी और आलू के दाम में 59 फीसदी की वृद्धि हुई है। जिसके चलते वेज थाली की लागत मई के मुकाबले 6 फीसदी बढ़ी है। पिछले एक महीने के दौरान (मई 2024 से जून 2024) आलू 9 फीसदी, प्याज 15 फीसदी और टमाटर 29 फीसदी महंगा हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, प्याज की बुवाई के क्षेत्र में गिरावट, बेमौसम बारिश के कारण आलू की पैदावार में गिरावट और टमाटर में अत्यधिक गर्मी के कारण वायरस इंफेक्शन की वजह से इन सब्जियों के उत्पादन और आवक पर असर पड़ा है। बुवाई के क्षेत्र में कमी और आवक में कमी के कारण चावल की कीमतें 13 फीसदी बढ़ गई हैं। इसी तरह खरीफ सीजन में बारिश की कमी के चलते दालों का उत्पादन प्रभावित हुआ है। दालों की कीमतों में सालाना आधार पर 22 फीसदी की वृद्धि हुई है।
वेज थाली की कीमत भले ही बढ़ी हो, लेकिन नॉन-वेज थाली की कीमत कम हुई है। जून में नॉन-वेज थाली की लागत घटकर 58 रुपये रह गई, जबकि एक साल पहले यह 60.5 रुपये थी। वहीं, मई 2024 में नॉन-वेज थाली की कीमत 55.9 रुपये थी। महीने के हिसाब से देखें तो जून में नॉन-वेज 3.75 फीसदी महंगी हुई है।
सालाना आधार पर नॉन-वेज थाली की घटने के ब्रॉयलर की कीमतों में आई लगभग 14 फीसदी की कमी प्रमुख वजह है। जबकि सब्जियों की महंगाई का असर नॉन-वेज थाली पर भी पड़ा है।