केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने शनिवार को चीन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को उत्तर प्रदेश कृषि निर्यात खेप को हरी झंडी दिखा कर रवाना की ।इस निर्यात वस्तु में गैर बासमती चावल और हरी मिर्च शामिल थे जो चीन और संयुक्त अरब अमीरात के लिए भेजा गया ।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में एक कृषि निर्यात सम्मेलन सह क्रेता-विक्रेता बैठक की अध्यक्षता किया जिसमें 700 से अधिक निर्यातकों और प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया था। कृषि और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के अध्यक्ष डॉ. मधैया अंगमुथु भी उपस्थित थे।
कृषि संबद्ध उत्पादों के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत एक शीर्ष संगठन है। एपीडा ताजा और प्रसंस्कृत फल और सब्जियां, प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, अनाज और अनाज उत्पाद, पशुधन उत्पाद, फूल और जैविक उत्पादों का निर्यात करता है।
दूसरे क्षेत्रों की तुलना मेंं पिछड़े पूर्वांचल या पूर्वी उत्तर प्रदेश से कृषि निर्यात को बढ़ावा देने के लिए मिर्जापुर बैठक का आयोजन किया गया था। निर्यातकों ने क्षेत्र से कृषि शिपमेंट को बढ़ावा देने के लिए स्थानीय किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के साथ समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए गये।
अपने संबोधन में अनुप्रिया पटेल ने कहा कि कृषि और खाद्य प्रसंस्करण उत्पादों के निर्यात में वृद्धि से न केवल भारत के लिए विदेशी मुद्रा अर्जित होगी बल्कि किसानों की आय दोगुनी होगी और रोजगार सृजित होंगे।
उन्होंने बताया कि भारत ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 में 400 अरब डॉलर के व्यापारिक निर्यात का लक्ष्य रखा है, जिसमें से 262 अरब डॉलर का कारोबार साल 2021-22 में अप्रैल-नवंबर की अवधि के दौरान पहले ही किया जा चुका है। इस बीच, साल 2021-22 में घरेलू कृषि निर्यात का लक्ष्य 43 अरब डॉलर का रखा गया है।