देश का बड़ा भू-भाग भीषण गर्मी और बारिश की कमी से जूझ रहा है। अब भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने जून में सामान्य से कम बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग ने कहा है कि जून में देश भर में औसत वर्षा सामान्य से कम (एलपीए के 92 प्रतिशत से कम) होने की संभावना है। मानसून सीजन की शुरुआत के बाद से अब तक देश में सामान्य से 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है। 1 से 18 जून के बीच देश में 64.5 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य बारिश 80.6 मिमी से 20 प्रतिशत कम है। आईएमडी ने कहा कि बारिश लाने वाली प्रणाली में 12 से 18 जून के बीच कोई महत्वपूर्ण प्रगति नहीं हुई है जिससे मानसून की बारिश में कमी आई है। इससे पहले आईएमडी ने इस साल मानसून सीजन (जून से सितंबर) में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान जताया था।
कहां कितनी बारिश का अनुमान
मौसम विभाग के मुताबिक, दक्षिण प्रायद्वीप भारत के कुछ हिस्सों और पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों में सामान्य से ज्यादा बारिश की संभावना है। वहीं, उत्तर-पश्चिम और उससे सटे मध्य भारत के इलाकों के साथ-साथ पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में कम बारिश होने का अनुमान है। देश के 11 मौसम उप-प्रभागों में 1 से 18 जून के बीच सामान्य से लेकर बहुत अधिक वर्षा हुई है, जबकि 25 उप-प्रभागों में बहुत कम वर्षा हुई है।
कहां पहुंचा मानसून
30 मई को केरल और पूर्वोत्तर क्षेत्र में मानसून ने दस्तक दी थी। यह पिछले दस वर्षों में चौथी बार था जब मानसून समय से पहले आया हो। वहीं, महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भी मानसून की एंट्री समय से पहले हुई। लेकिन इसके बाद मानसून आगे नहीं बढ़ा। हालांकि, अब मानसून फिर सक्रिय हो गया है। आईएमडी के मुताबिक, अगले तीन से चार दिनों में इसके छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार और झारखंड के कुछ हिस्सों में मानसून आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
पहले सामान्य बारिश का था अनुमान
मई के अंतिम सप्ताह में मौसम विभाग ने जून का पूर्वानुमान जारी करते हुए बताया था कि पूरे देश में औसत बारिश "सामान्य रहने की संभावना है।" मौसम विभाग ने जहां दक्षिण प्रायद्वीप के अधिकांश क्षेत्रों और मध्य भारत के आस-पास के क्षेत्रों तथा उत्तर-पश्चिम और उत्तर-पूर्व भारत के अलग-अलग क्षेत्रों में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान जताया था। वहीं, उत्तर-पश्चिम भारत के उत्तरी और पूर्वी भागों तथा मध्य भारत के पूर्वी भाग के कई क्षेत्रों और पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्रों में जून में "सामान्य से कम" बारिश होने की उम्मीद जताई थी। लेकिन, पूर्वोत्तर में जहां ज्यादा बारिश हुई है। वहीं, मध्य और उत्तर पश्चिम भारत में काफी कम बारिश हुई है।