उत्तर और मध्य भारत में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि अगले 24 घंटे में उत्तर भारत में कोहरे और ठंड की स्थिति बनी रहेगी। उसके बाद कोहरा धीरे-धीरे कम होगा। पूर्वी राजस्थान और पश्चिमी मध्यप्रदेश में कहीं-कहीं ओलावृष्टि की संभावना जताई गई है जबकि उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के मैदानी इलाकों में बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के चलते 9 जनवरी को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है। उत्तर पश्चिमी और मध्य भारत के मैदानी इलाकों में 9 जनवरी को कहीं-कहीं बारिश की संभावना है। महाराष्ट्र और गुजरात में कुछ स्थानों पर 10 जनवरी तक हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अगले 5 दिनों के दौरान देश के उत्तरी भागों में न्यूनतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है।
राजस्थान में ओलावृष्टि और शीतलहर की संभावना
पूर्वी राजस्थान में 8 और 9 जनवरी को और पश्चिमी मध्यप्रदेश में 9 जनवरी को कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने का अनुमान है। पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और बिहार के कुछ इलाकों में अगले दो-तीन दिनों तक रात और सुबह के समय घना कोहरा रहेगा। 12 और 13 जनवरी को उत्तरी राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में शीत लहर की संभावना है। 08-10 जनवरी के दौरान राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में और 08 जनवरी को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शीत दिवस की स्थिति रहेगी।
गेहूं किसानों को सलाह
भारतीय गेहूं एवं जौ अनुसंधान संस्थान, करनाल के निदेशक डॉ. ज्ञानेंद्र सिंह ने रूरल वॉयस को बताया गेहूं की फसल को इस ठंड से कोई नुकसान नहीं होगा, बल्कि फायदा ही है। उन्होंने किसानों को फसल पर नजर बनाए रखने और हल्की सिंचाई व उर्वरक की सामान्य मात्रा के उपयोग की सलाह दी है। डॉ. सिंह का कहना है कि अगर कोहरे की वजह से गेहूं की पत्तियों पर पीलापन आता है तो चिंता की बात नहीं है। मौसम खुलने के साथ यह पीलापन भी कम हो जाएगा।
11 जनवरी के बाद साफ होगा मौसम
घने कोहरे और कड़ाकें की ठंड से 11 जनवरी के बाद थोड़ी राहत मिलेगी। हल्की धूप खिलने लग जाएगी जिससे मौसम भी साफ होगा। हालांकि दिन और रात का जो कोहरा है वो वैसा ही बना रहेगा और शीत लहर भी चलती रहेगी लेकिन धूप निकलने की वजह से लोगों को थोड़ी राहत मिल सकती है।