संयुक्त किसान मोर्चा ने भारतीय पहलवान विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक फाइनल से पहले अयोग्य ठहराए जाने पर गहरी निराशा व्यक्त की है। विनेश इतिहास रचते हुए 50 किलोग्राम भार वर्ग में कुश्ती स्पर्धा के फाइनल में पहुंची थी, लेकिन फाइनल से पहले उन्हें वजन ज्यादा होने के कारण अयोग्य घोषित किया गया। एसकेएम ने विनेश फोगाट को रजत पदक देने की अपील का समर्थन किया है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने इस पूरे प्रकरण के लिए भारतीय ओलंपिक संघ और भारत सरकार के रवैये की भी निंदा की है। एसकेएम की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, विनेश फोगाट के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से पता चलता है कि भारतीय कुश्ती महासंघ और भारतीय ओलंपिक संघ के कई अधिकारी उन्हें ओलंपिक में जाने से रोकने की कोशिश कर रहे थे। देश की जनता भी इस बात से भली-भांति परिचित है कि केंद्र सरकार के चहेते तत्कालीन भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ आवाज उठाने वाली विनेश फोगाट पहले से ही मोदी सरकार की आंखों की किरकिरी बनी हुई थीं।
देश का नाम रोशन करने वाली विनेश फोगाट के कुश्ती से संन्यास लेने के फैसले पर गहरा दुख जताते हुए एसकेएम ने उन्हें देश की महान खिलाड़ी बताया। एसकेएम का कहना है कि संगठन पूरी तरह से विनेश के साथ उनकी मुश्किल घड़ी में खड़ा है। भले ही ओलंपिक संघ ने विनेश को अयोग्य घोषित कर दिया हो, लेकिन भारत की जनता के दिलों में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता के तौर पर उनकी जगह कोई नहीं ले सकता।