रूरल वॉयस एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव और नेकॉफ अवार्ड्स 2023 का आयोजन रूरल वॉयस के तीसरे स्थापना दिवस के मौके पर आज (23 दिसंबर) नई दिल्ली में किया जा रहा है। आज किसान दिवस भी है। इस साल इस कॉन्क्लेव का थीम “मेकिंग एग्रीकल्चर इंजिन ऑफ इकोनॉमिक ग्रोथ एंड ऑपर्च्युनिटी” है।
नई दिल्ली के इंडिया हैबिटेट सेंटर के सिल्वर ओक हॉल में आयोजित हो रहे इस कॉन्क्लेव के मुख्य वक्ता नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चंद हैं। सुबह साढ़े 10 बजे से शाम 4 बजे तक चलने वाले इस एक दिवसीय कार्यक्रम में तीन सत्र रखे गए हैं। पहले सत्र का विषय “इन्वेस्टमेंट एंड जॉब ऑपर्च्युनिटीज इन रूरल एरियाज” है। इस सत्र के पैनलिस्ट में प्रो. रमेश चंद के अलावा इंडियन डेयरी एसोसिएशन (आईडीए) के प्रेसीडेंट और अमूल के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. आर.एस. सोढ़ी, एमसीएक्स के चेयरमैन और नाबार्ड के पूर्व चेयरमैन डॉ. हर्ष कुमार भानवाला और डीसीएम श्रीराम लिमिटेड के शुगर बिजनेस के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर और सीईओ रोशन लाल टामक शामिल हैं।
दूसरे सत्र का विषय “फार्मर्स कलेक्टिव एंड न्यू राइजिंग सेक्टर्स इन एग्रीकल्चर” है। इस सत्र में फर्टिलाइलजर कोऑपरेटिव कृभको के चेयरमैन डॉ. चंद्रपाल यादव, नेशनल शुगर फेडरेशन एनएफसीएसएफ लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रकाश नायकनवरे, नेशनल प्रोडक्टिविटी काउंसिल के पूर्व डायरेक्टर जनरल और राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर संदीप कुमार नायक और सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. डी.एन. ठाकुर हिस्सा ले रहे हैं।
तीसरे और अंतिम सत्र का विषय “गवर्नेंस एजेंडा फॉर एग्रीकल्चर एंड फार्मिंग फॉर 2024-29” रखा गया है। इस सत्र में केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के सचिव रोहित कुमार सिंह शामिल के अलावा भारत कृषक समाज के चेयरमैन अजर वीर जाखड़, समुन्नति एग्रो के डायरेक्टर प्रवेश शर्मा और इंडियन एक्सप्रेस के रूरल अफेयर्स एवं एग्रीकल्चर एडिटर हरीश दामोदरन शामिल हैं।
तीनों सत्रों के समापन के बाद मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री कैलाश चौधरी नेकॉफ अवार्ड 2023 वितरित करेंगे। कृषि एवं कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों, संस्थाओं और कंपनियों को ये अवार्ड दिए जाएंगे। चार श्रेणियों में उत्कृष्ट कार्य के लिए दिए जाने वाले इस अवार्ड में किसान, सहकारी संस्था, सहकारी समिति एवं कंपनी शामिल हैं।
कृषि एवं ग्रामीण अर्थव्यवस्था को समर्पित डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म रूरल वॉयस की स्थापना तीन वर्ष पूर्व 2020 में हुई थी। हिंदी और अंग्रेजी में न्यूज पोर्टल के अलावा रूरल वॉयस का रूरल वॉयस इन नाम से यूट्यूब चैनल भी है जिस पर कृषि क्षेत्र से जुड़ी खबरों, फैसलों, विश्लेषण आदि से जुड़े वीडियो लगातार अपलोड किए जाते हैं। रूरल वॉयस मीडिया प्राइवेट लिमिटेड ने नवंबर 2023 से प्रिंट मीडिया में भी कदम रखा है और रूरल वर्ल्ड नाम से मैगजीन का प्रकाशन शुरू किया है। रूरल वॉयस अपने स्थापना दिवस पर प्रत्येक वर्ष एग्रीकल्चर कॉन्क्लेव एवं अवार्ड्स आयोजित करता है।