टमाटर सहित अन्य हरी सब्जियों की आसमान छूती कीमतों और खाने-पीने की दूसरी वस्तुओं के दामों में उछाल की वजह से जुलाई में खुदरा महंगाई भड़क कर 15 महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई। जुलाई में खुदरा महंगाई की दर 7.44 फीसदी रही जो जून में 4.87 फीसदी थी। इससे पहले मई 2022 में खुदरा महंगाई की दर 7.79 फीसदी के उच्च स्तर पर थी।
सरकार की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खाद्य वस्तुओं की महंगाई दर में सबसे तेज बढ़ोतरी हुई है। यह जून के 4.49 फीसदी से बढ़कर 11.51 फीसदी पर पहुंच गई है। सब्जियों की महंगाई दर 37.34 फीसदी रही है। इसी वजह से खुदरा महंगाई भड़क गई है। खुदरा महंगाई में खाद्य वस्तुओं की हिस्सेदारी करीब आधी होती है। सोमवार देर शाम खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी करने से पहले सरकार ने दिन में थोक महंगाई के आंकड़े जारी किए थे। खाद्य वस्तुओं और सब्जियों के दाम में भारी वृद्धि की वजह से थोक महंगाई भी तीन महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई है।
आंकड़ों में हालांकि थोक महंगाई अभी भी माइनस में बनी हुई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई 2023 में थोक महंगाई माइनस 1.36 फीसदी रही है जो जून में माइनस 4.12 फीसदी और मई में 3.48 फीसदी थी। जुलाई 2022 में यह 14.07 फीसदी थी।
थोक महंगाई में सबसे ज्यादा 15.26 फीसदी हिस्सेदारी रखने वाले खाद्य वस्तुओं की महंगाई में करीब 13 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह जून के 1.32 फीसदी से बढ़कर जुलाई में 14.25 फीसदी पर पहुंच गई है। इसी तरह, टमाटर सहित अन्य सब्जियों के दाम में जुलाई में भारी वृद्धि हुई। सब्जियों की महंगाई जून के माइनस 21.98 फीसदी से भारी उछाल के साथ जुलाई में 62.12 फीसदी पर पहुंच गई।