केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने 2021-22 के लिए मुख्य फसलों के उत्पादन का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी किया है। देश का खाद्यान्न उत्पादन फसल वर्ष 2021-22 में 1.71 फीसदी बढ़कर 31करोड़ 60 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान है। यह 2020-21 के उत्पादन की तुलना में 53.2 लाख टन अधिक है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि देश लगातार खाद्यान्न उत्पादन के नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है, जो किसानों की कड़ी मेहनत, वैज्ञानिकों के कुशल शोध और सरकार की किसान हितैषी नीतियों का नतीजा है। साल 2021-22 के दौरान उत्पादन पिछले पांच वर्षों (2016-17 से 2020-21) के औसत खाद्यान्न उत्पादन 25 करोड़ 35 लाख टन से अधिक है।
साल 2021-22 के दौरान चावल का कुल उत्पादन 12 करोड़ 7.93 लाख टन रिकॉर्ड होने का अनुमान है। यह पिछले पांच वर्षों में 11करोड़ 64. 4 लाख टन के औसत उत्पादन से 1 करोड़ 14 लाख टन अधिक है। गेहूं का कुल उत्पादन रिकॉर्ड 11 करोड 13.2 लाख टन होने का अनुमान है। यह पिछले पांच वर्षों में 10 करोड़ 30.88 लाख टन के औसत उत्पादन से 74.4 लाख टन अधिक है। पौष्टिक और मोटे अनाज का उत्पादन 4 करोड़ 98.6 लाख टन होने का अनुमान है, जो औसत उत्पादन से 32. 8 लाख टन अधिक है।
साल 2021-22 के दौरान कुल दलहन उत्पादन 2 करोड़ 69.6 लाख टन अनुमानित है, जो विगत पांच वर्षों के 2 करोड़ 38.2 लाख टन औसत उत्पादन की तुलना में 31.4 लाख टन अधिक है। वहीं तिलहन का उत्पादन 3 करोड़ 71.5 लाख टन अनुमानित है, जो वर्ष 2020-21 के दौरान 3 करोड़ 59.5 लाख टन उत्पादन की तुलना में 12 लाख टन अधिक है। इसके अलावा, साल 2021-22 का उत्पादन पांच साल के औसत तिलहन उत्पादन की तुलना में 44.6 लाख टन अधिक है।
इस दौरान देश में गन्ने का उत्पादन 41 करोड़ 40.4 लाख टन अनुमानित है, जो 37 करोड़ 34.6 लाख टन के औसत उत्पादन की तुलना में 4 करोड 59 लाख टन अधिक है। कपास का उत्पादन 3 करोड़ 40.6 लाख गांठ (प्रति गांठ 170 कि.ग्रा.) अनुमानित है।