किसानों की दोगुनी आय के दावों पर उठे सवाल, आईसीएआर ने गठित की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी

आईसीएआर ने ऐसे 75,000 किसानों का एक दस्तावेज जारी किया था, जिनकी आमदनी दोगुनी हो गई है। अब इस दस्तावेज के तथ्य और आंकड़ों की पड़ताल के लिए आईसीएआर ने फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है। किसानों की दोगुनी आय के दावे सवालों के घेरे में हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2016 में किसानों की आय दोगुनी करने की घोषणा की थी, जिसका समय 2022 में समाप्त हो गया। तभी से ही इस दावे को लेकर विपक्षी दल और किसान संगठन सवाल उठाते रहे हैं। वहीं भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने ऐसे 75 हजार किसानों का एक दस्तावेज जारी किया था, जिनकी आय दोगुनी हो गई है। लेकिन पिछले दिनों एक मीडिया रिपोर्ट में उन किसानों की जमीनी पड़ताल करते हुए आईसीएआर के दावे पर सवाल खड़े कर दिये।

किसानों की दोगुनी आय के दावों को लेकर एक बार फिर बहस छिड़ गई है। ऐसे में आईसीएआर ने किसानों की दोगुनी आय संबंधी दस्तावेज के तथ्यों और आंकड़ों की पुष्टि के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है। आईसीएआर द्वारा 19 अप्रैल को एक ऑफिस आर्डर जारी कर कमेटी का गठन किया है। इस कमेटी के तहत हरियाणा में गुरूग्राम और उत्तर प्रदेश में गौतम बुद्ध नगर के लिए दो-दो टीम बनाई गई हैं। यह टीम 20 अप्रैल को इन स्थानों पर जाकर जानकारी हासिल करेंगी और 22 अप्रैल, 2024 यानी सोमवार को अपनी रिपोर्ट मंत्रालय को सौंप देंगी।

इस आर्डर में कहा गया है कि कंपिटेंट अथारिटी ने एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी गठित की है जो किसानों की आय दोगुना होने के दस्तावेज के तथ्यों की सत्यता जानने के लिए संबंधित किसानों के साथ बातचीत कर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी। इसके लिए गुरूग्राम और गौतम बुद्ध नगर को चुना गया है। दोनों जगह  लिए दो-दो टीम बनाई गई हैं।

गुरूग्राम की टीम-एक की चेयरमैन इंडियन एग्रीकल्चरल रिसर्च इंस्टीट्यूट (आईएआरआई) की एक्सटेंशन की पूर्व प्रमुख डॉ. प्रेमलता सिंह होंगी वहीं उनके साथ दूसरे सदस्य कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में एडिशनल कमिश्नर (एक्सटेंशन) डॉ. वाई आर मीणा होंगे। गुरूग्राम की दूसरी टीम के चेयरमैन योजना आयोग के पूर्व सलाहकार डॉ वी वी सदामते होंगे। उनके साथ सदस्य कृषि एवं किसान कल्याण विभाग में डायरेक्टर एस के मिश्रा होंगे।

गौतम बुद्ध नगर के लिए टीम-एक के चेयरमैन जम्मू स्थित शेरे कश्मीर यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (एसकेयूएएसटी) के वाइस चांसलर डॉ जे पी शर्मा हैं जिनके साथ कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के एडिशनल कमिश्नर (एक्सटेंशन) डॉ संजय कुमार दूसरे सदस्य हैं। गौतम बुद्ध नगर की टीम दो में डॉ. एस के सिंह चैयरमैन हैं और उसके साथ कृषि मंत्रालय के ज्वाइंट कमिश्नर (एक्सटेंशन) डॉ वेणु प्रसाद दूसरे सदस्य हैं।

आदेश के मुताबिक कमेटी के सदस्य 20 अप्रैल को मौके पर जाएंगे और 22 अप्रैल को अपनी रिपोर्ट सौंप देंगे। अब देखना है कि क्या आईसीएआई की कमेटी उन किसानों को खोज पाती है या नहीं जिनकी आय दोगुनी हुई है। लोकसभा चुनाव के बीच किसानों की आय का मुद्दा राजनीतिक तौर पर भी मायने रखता है।