केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को नई दिल्ली में किसानों से तूर खरीद के ऑनलाइन पोर्टल ई-समृद्धि का लोकार्पण किया। यह पोर्टल भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (नेफेड) और भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ लिमिटेड (एनसीसीएफ) द्वारा विकसित किया गया है। इसके जरिए किसानों को एडवांस में रजिस्टर कर तूर दाल की बिक्री में सुविधा होगी और उन्हें MSP या फिर इससे अधिक बाजार मूल्य का भुगतान डीबीटी के जरिए हो सकेगा।
"दलहन में आत्मनिर्भरता" पर राष्ट्रीय संगोष्ठी को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने कहा कि पिछले एक दशक में खाद्यान्न उत्पादन में बहुत बढ़ोतरी हुई है लेकिन दलहन में देश आज आत्मनिर्भर नहीं है। हालांकि, हमने मूंग और चने में आत्मनिर्भरता प्राप्त की है। उन्होंने भरोसा जताया कि किसानों के सहयोग से भारत दिसंबर, 2027 से पहले दलहन उत्पादन के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बन जाएगा और देश को एक किलो दाल भी आयात नहीं करनी पड़ेगी।
एमएसपी से अधिक भाव पर भी हो सकेगी खरीद
अमित शाह ने कहा कि पहले किसानों के सामने दुविधा थी कि अगर वे दलहन का उत्पादन करते थे तो उन्हें उचित दाम नहीं मिलता था। लेकिन अब हमने निश्चित कर लिया है कि जो किसान उत्पादन करने से पूर्व ही पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराएगा, उसकी दलहन को एमएसपी पर शत-प्रतिशत खरीदा जाएगा। इस पोर्टल पर रजिस्टर करने के बाद किसानों के दोनों हाथों में लड्डू होंगे। फसल आने पर अगर दाम एमएसपी से ज्यादा होगा तो उसकी एवरेज निकाल कर किसान से ज्यादा मूल्य पर दलहन खरीदने का एक वैज्ञानिक फार्मूला बनाया गया है। इससे किसानों के साथ कभी अन्याय नहीं होगा।
किसानों से अपील करते हुए अमित शाह ने कहा कि वे पोर्टल पर रजिस्टर करें। प्रधानमंत्री मोदी की गारंटी है कि सरकार उनकी दलहन खरीदेगी। उन्हें बेचने के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इस शुरुआत से किसानों की समृद्धि, दलहन उत्पादन में आत्मनिर्भरता और पोषण अभियान को मजबूती मिलेगी। साथ ही क्रॉप पैटर्न चेंजिंग के अभियान में गति आएगी और भूमि सुधार एवं जल संरक्षण के क्षेत्रों में भी बदलाव आएगा।
मक्का का खेत बनेगा पेट्रोल का कुआं
तूर की तर्ज पर सरकार जल्द ही मक्का की खरीद के लिए भी पोर्टल शुरू करने जा रही है। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेट्रोल के साथ 20 प्रतिशत इथेनॉल मिलाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए लाखों टन इथेनॉल का उत्पादन करना है। नेफेड और एनसीसीएफ इसी पैटर्न पर आने वाले दिनों में मक्के का रजिस्ट्रेशन चालू करने वाले हैं। जो किसान मक्का बोएगा, उसके लिए हम सीधा इथेनॉल बनाने वाली फैक्ट्री के साथ एमएसपी पर मक्का बेचने की व्यवस्था कर देंगे। इससे उनका कोई शोषण नहीं होगा और पैसा सीधा उनके बैंक अकाउंट में जाएगा। उन्होंने कहा कि इससे आपका खेत मक्का उगाने वाला नहीं बल्कि पेट्रोल बनाने वाला कुआं बन जाएगा।
सामूहिक प्रयासों से दालों में बनेंगे आत्मनिर्भर: मुंडा
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने दलहन उत्पादन बढ़ाने के लिए कई पहल की हैं। दो शीर्ष सहकारी संस्थाओं द्वारा ऐसा पोर्टल बनाया गया है, जहां किसान पंजीयन पश्चात स्टॉक एंट्री कर पाएंगे और स्टॉक के वेयरहाउस पहुंचते ई-रसीद जारी होने पर किसानों को सीधा पेमेंट पोर्टल से बैंक खाते में होगा। पोर्टल को वेयरहाउसिंग एजेंसियों के साथ एकीकृत किया है। मुंडा ने सबके सामूहिक प्रयासों से ही भारत दाल उत्पादन में आत्मनिर्भर बनेगा।
इस अवसर पर केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य व सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे, सहकारिता राज्यमंत्री बी.एल, वर्मा, नेफेड के अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह, एनसीसीएफ के अध्यक्ष विशाल सिंह, केंद्रीय सहकारिता सचिव ज्ञानेश कुमार, उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह, कृषि सचिव मनोज अहूजा, नेफेड के एमडी रितेश चौहान और एनसीसीएफ की एमडी ए. चंद्रा मौजूद रहे।