प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में शुमार तथा माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स से कई मुद्दों पर खास बातचीत की। इस दौरान डिजिटल इंडिया और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से लेकर एग्रीकल्चर, एजुकेशन, हेल्थकेयर और क्लाइमेट चेंज व गवर्नेंस जैसे विषयों पर चर्चा हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर अपने आप में एक बड़ी आवश्यकता है। सरकार सभी गांवों तक डिजिटल सुविधाएं पहुंचा रही है। कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा में टेक्नोलॉजी बड़ी भूमिका निभा सकती है। पीएम मोदी ने कहा, वह दुनिया में डिजिटल विभाजन के बारे में सुनते थे, तो उन्होंने फैसला किया कि भारत में ऐसा कुछ नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी कृषि को आधुनिक और वैज्ञानिक बनाने में मदद कर सकती है और इसका उपयोग शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए भी किया जा रहा है।
चर्चा के दौरान बिल गेट्स ने कहा कि डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर लगातार समृद्ध होता जा रहा है। सरकार ने लगभग सभी सरकारी भुगतान कार्यक्रमों का डिजिटलीकरण कर दिया है। इससे बहुत सारा पैसा बचाया गया। लेकिन अब जब आप विभिन्न क्षेत्रों में जा रहे हैं, किसानों के लिए सलाह, उनकी भूमि का पंजीकरण, बच्चों के लिए ट्यूशन और स्वास्थ्य रिकॉर्ड, इन सभी को जोड़ना, यह एक तरह से दूसरा चरण है। और हम अभी तीसरे चरण की शुरुआत में हैं जहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) में ये प्रगति शीर्ष पर आ जाएगी।
एआई के महत्व पर जोर देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में मां को ‘’आई’’ बोलते हैं। हमारे यहां बच्चा पैदा होता है तो ‘’आई’’ भी बोलता है, एआई भी बोलता है, वो इतना एडवांस हो गया है। पीएम ने काशी-तमिल संगम का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां तमिल लोग आए हुए थे। तमिल भाषा में वह बोल नहीं सकते हैं तो उन्होंने एआई का इस्तेमाल किया। उन्होंने हिन्दी में बोला और सबने मेरा भाषण तमिल में सुना। वह एआई का बहुत उपयोग करते हैं और पूरे देश में ये बहुत काम आता है। पीएम मोदी ने कहा कि एआई जैसी शक्तिशाली तकनीक के दुरुपयोग का एक बड़ा जोखिम है, खासकर जब इसे अकुशल हाथों में दिया जाता है। उन्होंने सुझाव दिया कि गलत सूचना को रोकने के लिए एआई-जनित सामग्री पर स्पष्ट वॉटरमार्क होना चाहिए।
पीएम मोदी और बिल गेट्स ने भारत की डिजिटल क्रांति के बारे में काफी बातें कीं। पीएम मोदी ने बिल गेट्स को नमो ड्रोन दीदी कार्यक्रम के बारे में बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसके पीछे दो लक्ष्य हैं। एक तो भारत के गांवों में तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाना। दूसरा, गांव में महिलाओं के हाथ में टेक्नोलॉजी देकर लोगों की मानसिकता में बदलाव लाना। नमो ड्रोन दीदी योजना बहुत सफलतापूर्वक चल रही है।
प्रधानमंत्री ने एग्रीकल्चर को आधुनिक और वैज्ञानिक बनाने की जरूरत पर जोर दिया है। भारत ने एकाधिकार को रोकने के लिए प्रौद्योगिकी लोकतंत्रीकरण किया है। यह जनता द्वारा और जनता के लिए है। सरकार विभिन्न समुदायों के भीतर उभरती प्रतिभाओं को अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। हम लोगों के बीच प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में विश्वास को बढावा देने के लिए लगातार योगदान दे रहे हैं और इसके मूल्य को बढा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन सब के बावजूद आज डेटा सुरक्षा सर्वोपरि चिंता बनी हुई है।
बिल गेट्स ने कहा कि डेटा निश्चित रूप से बहुत रोमांचक होने वाला है। हम गोपनीयता बनाए रखने में सक्षम होंगे और फिर भी डेटा से बहुत कुछ सीखेंगे। आपको कौन सी फसल लगानी चाहिए? यदि हमें किसानों से उनके नाम के बिना सारा डेटा मिलता है, तो हम उनकी गोपनीयता पर हमला नहीं करते हैं बल्कि किसानों को बेहतर सलाह देते हैं। व्यक्तिगत गोपनीयता को खतरे में डाले बिना हम बहुत अधिक स्मार्ट हो सकते हैं।