कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा 17-18 अक्तूबर को एग्री स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव और किसान सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई), पूसा मेला ग्राउंड में आयोजित इस कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। इस कार्यक्रम का विषय 'कृषि और प्रौद्योगिकी का बदलता स्वरूप' है। इसमें कार्यक्रम में कृषि क्षेत्र में स्टार्ट-अप शुरू करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करने पर फोकस किया जाएगा। कार्यक्रम के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी किसानों और स्टार्ट-अप स्थापित करने वाले चुनिंदा लोगों के भी बातचीत भी करेंगे।
इस कार्यक्रम में पहले पीएम किसान सम्मान निधि की 12वीं किस्त (पीएम किसान 12वीं किस्त) के हस्तांतरण की बी संभावना है, पीएम किसान की 12वीं किस्त के तौर पर देश के 10 करोड़ किसानों के बैंक खाते में 20 हजार करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर की जा सकती है।
इस कार्यक्रम में किसानों को वैज्ञानिक खेती के साथ-साथ नई कृषि तकनीकों की जानकारी दी जाएगी। इतना ही नहीं किसानों को खेती के साथ-साथ कृषि स्टार्ट अप से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस दौरान पीएम मोदी बातचीत करेंगे और किसानों को खेती के साथ-साथ उद्यम से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करेंगे। इस कॉन्क्लेव का मुख्य उद्देश्य केंद्र और राज्य सरकारों के कृषि विभाग के अधिकारियों के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान करना है ताकि किसानों को कृषि क्षेत्र में स्टार्टअप शुरू करने में कोई परेशानी न हो। साथ ही किसानों को नई सरकारी योजनाओं और नए कृषि उपकरणों की जानकारी देनी होगी।
रूरल वॉयस को मिली जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम में देश के हर जिले आने वाले ऐसे 15000 किसान शामिल होंगे जिन्होंने खेती की उन्नत तकनीक को अपनाकर अपनी आय दोगनी की है। कार्यक्रम में किसानों को लाने का जिम्मा कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) को भी दिया गया है। इसके अलावा इस मेले में किसान उत्पादक संगठन (एफपीओ) के साथ-साथ 500 कृषि-स्टार्टअप भी भाग लेंगे। साथ ही कृषि विज्ञान के हेड कृषि वैज्ञानिक कृषि नीति निर्माता, कृषि उद्योग के दिग्गज, कृषि वैज्ञानिक और कृषि शिक्षाविद भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। किसान और कृषि के आपस में अपने विचार साझा करेंगे, जिससे खेती की चुनौतियों का समाधान होगा और खेती में भविष्य के अवसर तलाशे जा सकेंगे।
इस कार्यक्रम के माध्यम से किसान कृषि स्टार्ट में शामिल होने के लिए सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। इस कार्यक्रम में किसानों को सभी कृषि योजनाओं और कृषि उपकरणों से जुड़ने के लाभों के बारे में बताया जाएगा। वहीं दूसरा दिन पूरी तरह से कृषि तकनीक से जुड़ा रहेगा, जहां कृषि प्रारंभ से प्रेरणा लेने और अपनी कहानी साझा करने का मौका मिलेगा।
एग्री स्टार्ट-अप कॉन्क्लेव और किसान सम्मेलन के साथ में और 600 मॉडल उर्वरक की दुकानों को भी हरी झंडी मिल जाएगी। ये मॉडल दुकानें किसानों को एक ही स्थान पर खाद, बीज, उर्वरक, कीटनाशक और अन्य कृषि संसाधन उपलब्ध कराएंगी। इसे 'मॉडल फर्टिलाइजर रिटेल वन शॉप' नाम दिया गया है। इन दुकानों पर कृषि आदानों की खरीद के साथ-साथ कृषि योजनाओं की जानकारी और मृदा परीक्षण की सुविधा भी उपलब्ध होगी। भविष्य में इन दुकानों का विस्तार करने की भी योजना है।