प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (पीएम किसान) से जुड़े लाभार्थियों के लिए बड़ा अपडेट है। देश भर के करोड़ों किसान 17वीं किस्ता का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन, इससे पहले उन्हें अपनी ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। ई-केवाईसी पूरी होने के बाद ही उन्हें योजना का लाभ मिलेगा। ऐसे में किसानों की ई-केवाईसी कराने के लिए सरकार ने सैचुरेशन ड्राइव शुरू की है। जिसकी शुरुआत आज (5 जून, 2024) से हो गई है। किसान घर बैठे-बैठे भी ऑनलाइन ये काम कर सकते हैं। अगर आप भी पीएम किसान योजना का लाभ उठाना चाहते हैं और अभी तक ई-केवाईसी की प्रक्रिया पूरी नहीं की है, तो आज ही सैचुरेशन ड्राइव में हिस्सा लेकर इसे पूरा करें। आइए आपको स्टेप बाय स्टेप ई-केवाईसी की पूरी प्रक्रिया के बारे में बताते हैं।
20 जून से पहले पूरी कर लें ई-केवाईसी
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से जारी बयान के मुताबिक, किसानों की ई-केवाईसी कराने के लिए सरकार ने सैचुरेशन ड्राइव शुरू की है। जो 5 से 20 जून तक चलेगी। इस दौरान किसान ई-केवाईसी का काम पूरा कर सकते हैं। इसके लिए किसान अपने नजदीकी जनसेवा केंद्र और नोडल अधिकारी से संपर्क करें। पीएम किसान योजना के तहत पंजीकृत किसानों को ई-केवाईसी करना अनिवार्य हैं। ऐसे में जल्द से जल्द इस काम को निपटा लें।
कैसे करें ई-केवाईसी?
ई-केवाईसी कराने के लिए किसानों के पास तीन विकल्प है। पहला- किसान ओटीपी-आधारित ई-केवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें पीएम किसान योजना के पोर्टल पर जाना होगा। जहां उन्हें ओटीपी-आधारित ई-केवाईसी का विकल्प दिख जाएगा। दूसरा- किसान बायोमेट्रिक-आधारित ईकेवाईसी कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें अपने नजदीकी जनसेवा केंद्रों पर जाना होगा। तीसरा- किसान अपनी सुविधानुसार मोबाइल के जरिए फेस-ऑथेन्टिकेशन के माध्यम से भी ई-केवाईसी कर सकते हैं।
किसान 17वीं किस्त का कर रहे इंतजार
बता दें कि देशभर के करोड़ों किसान पीएम किसान की अगली यानी 17वीं किस्त का इंतजार कर रहे हैं। योजना के तहत किसानों को हर साल 6 हजार रुपये दिए जाते हैं। ये राशि 2 हजार रुपये की तीन किस्तों में किसानों के खातों में भेजी जाती है। पीएम मोदी ने 28 फरवरी को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 16वीं किस्त के रूप में किसानों के खाते में दो-दो हजार रुपये ट्रांसफर किए थे। वहीं, अब किसान 17वीं किस्त का इंतजार कर रहे है। लेकिन, उससे पहले किसानों को ई-केवाईसी करानी होगी। किसानों के लिए ई-केवाईसी अनिवार्य है। ऐसे में बिना इसके किसान योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगे।