हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में नाशपाती अब सेब को कड़ी टक्कर दे रही है। नाशपाती का हाफ बॉक्स 900 से 1200 रुपये के बीच बिक रहा है, जो सेब के हाफ बॉक्स की कीमत के बराबर है। हिमाचल की मंडियों में अच्छी किस्म की नाशपाती के हाफ बॉक्स को 1500 रुपये तक का रेट मिल रहा है, जबकि नाशपाती का औसत भाव 900 से 1000 रुपये के बीच है। वहीं, जम्मू-कश्मीर की सोपोर मंडी में भी नाशपाती के हाफ बॉक्स की कीमत 1000 रुपये के आसपास बनी हुई है। त्योहारी सीजन और खासकर जन्माष्टमी के मद्देनजर फिलहाल बाजार में नाशपाती की अच्छी डिमांड है, जिससे इसे अच्छे दाम मिल रहे हैं।
हिमाचल प्रदेश के शिमला स्थित पराला फल मंडी के आढ़ती एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट सुशील ठाकुर ने रूरल वॉयस को बताया कि फिलहाल नाशपाती की कीमतों में तेजी बनी हुई है। त्योहारी सीजन और अच्छी डिमांड के चलते नाशपाती के हाफ बॉक्स का रेट 900 से 1000 रुपये के बीच बना हुआ है। हालांकि, पिछले 10 दिनों में कीमतों में थोड़ी गिरावट आई है, लेकिन बागवान अब भी इन दरों से संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि कश्मीर से नाशपाती की आवक शुरू होने के कारण नाशपती की कीमतों में हल्की गिरावट आई है।
हिमाचल प्रदेश प्रोग्रेसिव ग्रोवर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष लोकेंद्र बिष्ट ने कहा कि मंडियों में सेब के मुकाबले नाशपाती बेहतर दामों पर बिक रही है। जहां सेब के दाम पिछले एक हफ्ते में 600 से 700 रुपये प्रति बॉक्स (20 किलोग्राम) तक गिरे हैं, वहीं नाशपाती के दाम स्थिर हैं। उन्होंने बताया कि नाशपाती का हाफ बॉक्स अब सेब के हाफ बॉक्स के बराबर दाम पर बिक रहा है, जिससे नाशपाती उत्पादक बागवानों को अच्छी आमदनी हो रही है। उन्होंने कहा कि इस साल हिमाचल में नाशपाती का उत्पादन कम हुआ है, और अच्छी डिमांड के चलते इसके दाम ऊपर बने हुए हैं।
कश्मीर फल उत्पादक एवं डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष फैयाज अहमद मलिक ने रूरल वॉयस को बताया कि जम्मू-कश्मीर की सोपोर मंडी में नाशपाती का हाफ बॉक्स 700 से 1000 रुपये के बीच बिक रहा है। ए-ग्रेड नाशपाती 900-1000 रुपये और बी-ग्रेड 600-700 रुपये के रेट पर बिक रही है। उन्होंने कहा कि बाजार में नाशपाती की अच्छी मांग बनी हुई है, जिससे अगले 15 दिनों तक रेट ऐसे ही बने रहने की संभावना है। हालांकि, जैसे-जैसे नाशपाती की आवक बढ़ेगी, कीमतों में गिरावट की उम्मीद है।