नैनो तरल यूरिया की लॉन्चिंग के बाद से अब तक 6.76 करोड़ बोतलों (500 एमएल) की बिक्री हो चुकी है। केंद्रीय रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने संसद को यह जानकारी दी है। भारतीय किसान उर्वरक सहकारी लिमिटेड (इफको) ने दुनिया का पहला नैनो यूरिया जून 2021 में लॉन्च किया था।
भगवंत खुबा ने राज्यसभा में दिए जवाब में बताया कि अगस्त 2021-नवंबर 2023 की अवधि के दौरान 500 मिलीलीटर वाले नैनो तरल यूरिया की 6.76 करोड़ बोतलों की बिक्री हुई। उन्होंने राज्यसभा को बताया कि सरकार ने उर्वरक नियंत्रण आदेश (एफसीओ), 1985 में नैनो यूरिया को अधिसूचित किया है। इफको ने सालाना 17 करोड़ बोतल (500 मिलीलीटर प्रत्येक) की क्षमता वाले तीन संयंत्र स्थापित किए हैं जो कलोल, फूलपुर और आंवला में है। उन्होंने बताया कि नैनो यूरिया संयंत्रों की स्थापना में सरकार सीधे तौर पर शामिल नहीं है। हालांकि, उर्वरक कंपनियों ने देश में छह और नैनो यूरिया संयंत्र स्थापित करने का फैसला किया है।
आंकड़ों के मुताबिक, अगस्त 2021 से मार्च 2022 के दौरान नैनो यूरिया की बिक्री 2,12,13,280 बोतल रही। 2022-23 के दौरान 3,25,35,338 बोतलों की बिक्री हुई। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-नवंबर अवधि के दौरान नैनो यूरिया की बिक्री 1,38,77,154 बोतल रही है। अगस्त 2021 से नवंबर 2023 के दौरान नैनो यूरिया की कुल बिक्री 6,76,25,772 बोतल रही है।
इफको ने दुनिया का पहला नैनो यूरिया उर्वरक लॉन्च करने के बाद इस साल नैनो डीएपी (डाइ-अमोनियम फॉस्फेट) भी लॉन्च किया है।