बजट को लेकर विपक्ष का प्रदर्शन, खड़गे बोले- सिर्फ दो राज्यों को 'पकोड़ा'

संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट का विरोध किया। सांसदों ने बजट को भेदभावपूर्ण और दूरदर्शिता की कमी वाला बताया। राज्यसभा और लोकसभा में विपक्षी नेताओं ने सरकार पर जनविरोधी बजट पेश करने का आरोप लगाया।

संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन हंगामेदार रहा। बीते मंगलवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल के पहले बजट का आज जोरदार विरोध हुआ। संसद की कार्यवाही शुरू होने से पहले, विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक के घटक दलों के सांसदों ने संसद भवन परिसर में बजट के खिलाफ प्रदर्शन किया। विपक्ष ने आरोप लगाया कि बजट "भेदभावपूर्ण" है और इसमें "दूरदर्शिता" की कमी है। इस प्रदर्शन में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई अन्य विपक्षी सांसद शामिल हुए। 

कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि भाजपा बुनियादी मुद्दों को हल करने में विफल रही है और बजट में उसकी "मजबूरी" दिख रही है। उन्होंने कहा, "पूरा देश बजट से परेशान है क्योंकि भाजपा उनके बुनियादी मुद्दों को हल करने में विफल रही है। इंडिया ब्लॉक बजट में किए गए अन्याय के खिलाफ विरोध कर रहा है।"

प्रदर्शन के बाद, राज्यसभा में बजट पर चर्चा शुरू हुई। विपक्षी सांसदों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बजट का विरोध किया। खड़गे ने आरोप लगाया कि यह बजट जनविरोधी है। उन्होंने कहा, "मोदी सरकार के बजट में किसी भी राज्य को कुछ नहीं मिला। बजट से 90 प्रतिशत देश गायब है। जिन राज्यों में लोगों ने भाजपा को नकारा है, उन राज्यों को बजट में कुछ नहीं दिया गया।" 

खड़गे ने बिहार और तमिलनाडु को दिए गए विशेष पैकेज का भी विरोध किया और कहा, "सबकी थाली खाली है और दो राज्यों की थाली में 'पकोड़ा' और 'जलेबी' हैं। यह बजट सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने के लिए लाया गया है।"

दूसरी ओर, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट को भेदभावपूर्ण बताने के विपक्ष के आरोपों को अपमानजनक बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विपक्षी दल लोगों को गलत धारणा देने का प्रयास कर रहे हैं और राज्यों को धन या योजनाएं आवंटित नहीं की गईं। वित्त मंत्री ने जैसे ही विपक्ष के आरोपों पर प्रतिक्रिया देना शुरू की, विपक्ष नारेबाजी करता हुआ वॉकआउट कर गया।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने बजट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "आज, इंडिया जनबंधन के सांसदों के साथ संसद भवन के परिसर में एनडीए के 'कुर्सी बचाओ बजट' के विरुद्ध प्रदर्शन किया। यह बजट भारत के संघीय ढांचे की गरिमा पर आघात है - सत्ता बचाने के लोभ में देश के अन्य राज्यों की उपेक्षा है, उनके साथ पक्षपात है। इंडिया हर राज्य को समान न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाता रहेगा।"