कृषि मंत्रालय ने विभिन्न बागवानी फसलों के क्षेत्र और उत्पादन के 2022-23 के अंतिम अनुमान और 2023-24 के पहले अग्रिम अनुमान जारी किए हैं। इस साल प्याज और आलू के उत्पादन में कमी आ सकती है जबकि टमाटर का उत्पादन बढ़ने का अनुमान है।
देश में बागवानी उत्पादन पिछले वर्ष के 35.54 करोड़ टन के मुकाबले लगभग 35.52 करोड़ टन होने का अनुमान है। लेकिन प्याज उत्पादन में करीब 16 फीसदी की गिरावट आ सकती है। वर्ष 2023-24 में प्याज का उत्पादन लगभग 254.73 लाख टन होने की उम्मीद है, जबकि पिछले साल यह लगभग 302.08 लाख टन था। इस गिरावट का कारण महाराष्ट्र में 34.31 लाख टन, कर्नाटक में 9.95 लाख टन, आंध्रप्रदेश में 3.54 लाख टन और राजस्थान में 3.12 लाख टन प्याज उत्पादन की कमी है।
2021-22 में 316.87 लाख टन प्याज का उत्पादन हुआ था। पिछले साल भी प्याज उत्पादन में कमी आई थी जिसके चलते सरकार को महंगाई रोकने के लिए प्याज के निर्यात पर रोक लगाने समेत कई कदम उठाने पड़े। पिछले दो साल में प्याज उत्पादन में करीब 20 फीसदी की गिरावट महंगाई के मोर्चे पर सरकार के लिए चिंताजनक है। इस साल मौसम के बिगड़े मिजाज के कारण प्याज की फसल को नुकसान पहुंचा है।
2023-24 में आलू का उत्पादन लगभग 589.94 लाख टन होने की उम्मीद है, जबकि पिछले वर्ष लगभग 601.42 लाख टन आलू का उत्पादन हुआ था। इस गिरावट का कारण पश्चिम बंगाल में पिछले वर्ष की तुलना में आई कमी है। टमाटर का उत्पादन पिछले साल के लगभग 204.25 लाख टन की तुलना में इस साल लगभग 208.19 लाख टन होने की उम्मीद है, जो 1.93 प्रतिशत लाख टन की वृद्धि है।
कृषि मंत्रालय के अनुमान के अनुसार, बागवानी फसलों का क्षेत्रफल पिछले वर्ष के 284.4 लाख हेक्टेयर से मामूली वृद्धि के साथ 2023-24 में 287.7 लाख हेक्टेयर हो गया है। फलों का उत्पादन 2022-23 में 11.02 करोड़ टन से बढ़कर 2023-24 में 11.20 करोड़ टन तक पहुंचने का अनुमान है। इस दौरान मुख्य रूप से केला, नारंगी और आम के उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है।
वर्ष 2023-24 में सब्जियों का उत्पादन 21.25 करोड़ टन से घटकर 20.93 करोड़ टन होने का अनुमान है। हालांकि, पत्तागोभी, फूलगोभी, कद्दू, टमाटर और अन्य सब्जियों के उत्पादन में वृद्धि की उम्मीद है। टमाटर का उत्पादन पिछले साल के लगभग 204.25 लाख टन की तुलना में इस साल लगभग 208.19 लाख टन होने की उम्मीद है, जो 1.93 प्रतिशत लाख टन की वृद्धि है।