बीते तीन वर्षों में देश में तिलहन का उत्पादन 56.3 लाख टन बढ़ा है। वर्ष 2018-19 में देश में 315.2 लाख टन तिलहन का उत्पादन हुआ था। दूसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक 2021-22 में 371.5 लाख टन तिलहन का उत्पादन होने की उम्मीद है। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने लोकसभा में एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।
साल 2018-19 2019-20 2020-21 2021-22 |
उत्पादन 315.2 लाख टन 332.2 लाख टन 359.5 लाख टन 371.5 लाख टन |
इस वर्ष सोयाबीन का उत्पादन भी बढ़ने की संभावना है। 2020-21 में 126.1 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन हुआ था। उसकी तुलना में दूसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक 2021-22 में 131.2 लाख टन सोयाबीन उत्पादन होने का अनुमान है।
देश में तिलहन का उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने के लिए सरकार ने 2018-19 में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन तिलहन एवं ऑयल पाम नाम से स्कीम शुरू की थी। अब 2021-22 में ऑयल पाम के लिए अलग अभियान शुरू किया गया है जिसका नाम है राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन ऑयल पाम।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार रबी सीजन में तिलहन का रकबा 18.30 लाख हेक्टेयर बढ़ा है। भारत में घरेलू खाद्य तेल की जरूरत लगभग 250 लाख टन की है जबकि इसका घरेलू उत्पादन 111.6 लाख टन है। यानी करीब 60 फीसदी खाद्य तेल बाहरी देशों से आयात किया जाता है। पिछले साल खाद्य तेल आयात 72,000 करोड़ रुपये से बढ़कर करीब 1.17 लाख करोड़ रुपये हो गया।