हल्दी की खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का गठन करने की घोषणा की है। सरकार के इस पहल से न सिर्फ हल्दी उत्पादन में बढ़ोतरी होगी बल्कि किसानों की आमदनी बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री ने किसानों के कल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा है कि है। राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की स्थापना करके हमारा लक्ष्य हल्दी किसानों की क्षमता का उपयोग करना और उन्हें वह समर्थन देना है जिसके वे हकदार हैं।
प्रधानमंत्री ने रविवार को तेलंगाना में आयोजित एक सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड का गठन करने की घोषणा की थी। उनकी इस घोषणा पर निजामाबाद के सांसद अरविंद धर्मपुरी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी एक फोटो पोस्ट करते हुए लिखा था, किसानों के लिए एक ऐतिहासिक क्षण! आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की घोषणा तेलंगाना, विशेषकर निजामाबाद के किसानों के जीवन के उत्थान के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है। यह कदम हल्दी की खेती में क्रांति लाएगा, उचित मूल्य और वैश्विक मान्यता सुनिश्चित करेगा।”
उन्होंने अपने पोस्ट में इसके फायदे बताते हुए लिखा, “हल्दी सिर्फ एक फसल नहीं है, यह हमारी संस्कृति का एक अभिन्न अंग है जिसका उपयोग स्वास्थ्य, पाक और धार्मिक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। इम्युनिटी बढ़ाने वाले इसके गुणों के कारण महामारी के दौरान के इसकी मांग बढ़ गई। हल्दी बोर्ड किसानों और उपभोक्ताओं दोनों का समर्थन करते हुए इसे संबोधित करता है। हल्दी बोर्ड बुवाई से लेकर कटाई तक, मार्केटिंग से लेकर निर्यात तक हमारे किसानों के लिए गेमचेंजर साबित होगा। यह सुनिश्चित करता है कि उनकी कड़ी मेहनत को उचित पुरस्कार मिले, समृद्धि को बढ़ावा मिले और आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारी कृषि विरासत सुरक्षित रहे। राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड तेलंगाना के कृषि समुदाय के लिए आशा की किरण है!”
अरविंद धर्मपुरी के पोस्ट का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट किया- "हमारे किसानों की भलाई और समृद्धि हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की स्थापना करके हमारा लक्ष्य हमारे हल्दी किसानों की क्षमता का दोहन करना और उन्हें वह समर्थन देना है जिसके वे हकदार हैं। निजामाबाद के लिए यह लाभ विशेष रूप से बहुत अधिक है। हम अपने हल्दी किसानों के उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करते रहेंगे।"