दक्षिण पश्चिम मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है। आम तौर पर केरल में मानसून की बारिश की शुरूआत 1 जून से होती है, लेकिन इस वर्ष रविवार 29 मई से वहां मानसून की बारिश शुरू हो गई है। चार महीने तक चलने वाला मानसून का सीजन देश की खेती के लिए काफी अहम है। मौसम विभाग ने इस वर्ष सामान्य मानसून का अनुमान व्यक्त किया है। इस बीच, रविवार शाम को राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में तेजी आंधी के बाद हल्की बारिश हुई।
मौसम विभाग का कहना है कि केरल में शनिवार से बारिश हो रही है। राज्य के 14 मौसम केंद्रों में से 10 केंद्रों में 2.5 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। केरल के साथ तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में भी बारिश शुरू हो गई है। केरल के बाकी हिस्सों, तमिलनाडु और कर्नाटक में तीन से चार दिनों में मानसून पहुंच जाएगा। हालांकि बंगाल की खाड़ी के ऊपर यह धीमी गति से आगे बढ़ रहा है। इसलिए कर्नाटक और उत्तर-पूर्वी राज्यों में इसके देर से पहुंचने का अनुमान है।
मौसम विभाग ने पहले कहा था कि केरल में मानसून 27 मई को आ जाएगा। हालांकि असनी चक्रवात के असर को देखते हुए उसने यह अनुमान जताया था, लेकिन बाद में परिस्थितियां बदल गईं। विभाग ने अंदमान और निकोबार द्वीप समूह में 16 मई को मानसून आने का ऐलान किया था।